वेस्टइंडीज में स्पिनरों की मददगार पिचों पर कुलदीप यादव अफगानिस्तान के खिलाफ बृहस्पतिवार को टी20 विश्व कप सुपर आठ चरण के पहले मैच में भारत के लिये उपयोगी साबित हो सकते हैं।भारत के सर्वश्रेष्ठ स्पिनर कुलदीप को लीग चरण में उतारा नहीं गया। भारत ने तीन विशेषज्ञ तेज गेंदबाजों और दो स्पिनरों अक्षर पटेल और रविंद्र जडेजा को उतारा था ताकि बल्लेबाजी में गहराई रहे।
कप्तान रोहित शर्मा चार हरफनमौलाओं ( दो तेज गेंदबाज और दो स्पिनर) के इस्तेमाल पर जोर दे चुके हैं। ऐसे में अंतिम एकादश में कुलदीप की जगह तभी बनती है जब तीसरे तेज गेंदबाज को बाहर रखा जाये।भारतीय टीम के सभी 15 खिलाड़ियों ने अभ्यास किया।
कुलदीप ने पहले अभ्यास सत्र की तरह यहां भी काफी अभ्यास किया। उन्होंने रोहित और विराट कोहली को गेंदबाजी की जबकि मुख्य कोच राहुल द्रविड़ भी देख रहे थे।वैसे आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच यहां लीग मैच में पिच बल्लेबाजों की मददगार थी।
अगर अभ्यास पिच की तरह ही मुख्य पिच पर गेंद टर्न लेती है तो कुलदीप को उतारा जा सकता है। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि अगर कुलदीप यादव टीम में वापस आते हैं तो बलि का बकरा कौन बनेगा। उनके आने पर टीम को रविंद्र जड़ेजा को बाहर बैठाना ही पड़ेगा क्योंकि अक्षर पटेल ने गेंद के साथ साथ पाकिस्तान के खिलाफ बल्ले से भी उपयोगी योगदान दिया था।
सुपर आठ में भारत के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं कुलदीप: फ्लेमिंगन्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान स्टीफन फ्लेमिंग का मानना है कि टी20 विश्व कप के सुपर 8 के चरण में वेस्टइंडीज की पिचों से टर्न मिलने की संभावना है और ऐसे में विकेट लेने की अपनी क्षमता के कारण बाएं हाथ के कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव भारत के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं।
भारत अभी तक टूर्नामेंट में तीन तेज गेंदबाजों जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और अर्शदीप सिंह तथा दो स्पिनरों रविंद्र जडेजा और अक्षर पटेल के साथ मैदान में उतरा है।
फ्लेमिंग ने ईएसपीएनक्रिकइंफो से कहा,अगर विकेटों से टर्न मिलता है जैसा कि टूर्नामेंट आगे बढ़ने के साथ उम्मीद की जा रही है, तो फिर कुलदीप इसमें विकेट लेने की अतिरिक्त क्षमता जोड़ सकते हैं।
उन्होंने कहा,उनके पास अभी दोनों तरह के संयोजन आजमाने का मौका है जो कि अच्छा है लेकिन खेल में आप लकीर का फकीर बनकर नहीं रह सकते जिससे कि आप परिस्थितियों का फायदा उठाने से चूक जाओ।
भारत को सुपर 8 में अपना पहला मैच गुरुवार को बारबाडोस में अफगानिस्तान के खिलाफ खेलना है।
भारत अभी तक बाएं हाथ के दो स्पिनर के साथ उतरा है। इनमें अक्षर को सफलता मिली लेकिन जडेजा तीन मैच में केवल तीन ओवर ही कर पाए। आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के लंबे समय से कोच रहे फ्लेमिंग को एक ही विधा के दो खिलाड़ियों को टीम में रखने में कोई आपत्ति नहीं है।
उन्होंने कहा,मिशेल सेंटनर और जडेजा चेन्नई के लिए इसी तरह की भूमिका निभाते हैं और कुछ अवसरों पर हमारे लिए एक ही तरह के गेंदबाजों से आठ ओवर करवाना मुश्किल काम हो जाता है। वे एक ही तरह के कौशल वाले गेंदबाज हैं लेकिन उनमें भिन्नता भी है और अगर परिस्थितियों अनुकूल हों तो दोनों खतरनाक साबित हो सकते हैं।
फ्लेमिंग ने कहा, इसलिए भारत उनके ऑलराउंड कौशल और गेंदबाजी कौशल के कारण उन्हें मौका दे रहा है। जडेजा परिस्थितियां अनुकूल होने पर बेहद खतरनाक साबित हो सकते हैं जैसा कि हम वर्षों से देख रहे हैं। जहां तक अक्षर का सवाल है तो वह न्यूयॉर्क जैसी कुछ अलग तरह की परिस्थितियों में आक्रमण को मजबूत बनाते हैं।