युद्ध की तबाही, बुनियादी ढांचे की कमी और अपना कोई अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम नहीं होने के बाद भी अफगानिस्तान की टीम वेस्टइंडीज में टी20 विश्वकप में सुपर आठ में जगह पक्की करने के बाद सेमीफाइनल में प्रवेश कर चुकी है।
अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड 1995 में अस्तित्व में आया था। यह देश 2001 में आईसीसी का संबद्ध सदस्य बना और इसके एक दशक बाद उसे टेस्ट खेलने का दर्जा मिला। अफगानिस्तान 2017 से आईसीसी का पूर्ण सदस्य है।
टीम ने टी20 विश्व कप में टीम ने न्यूजीलैंड को बड़े अंतर से शिकस्त देकर सुपर आठ चरण में जगह पक्की की। सुपर आठ में उसने 2021 की चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया को हराकर बड़ा उलटफेर किया और अंत में बांग्लादेश से 8 रनों की करीबी हार पाकर वह सेमीफाइनल में प्रवेश कर गया जहां उसका सामना दक्षिण अफ्रीका से होगा।
वैश्विक मंच पर अफगानिस्तान का यह उदय अचानक नहीं हुआ है। अफगानिस्तान पहले भी बड़ी टीमों को टक्कर देते रहा है लेकिन वह दबाव के क्षणों में बिखर कर मैच गंवा देते था। इस मामले में राशिद खान की अगुवाई में टीम ने काफी सुधार किया है।
वेस्टइंडीज में राशिद की असरदार कप्तान और शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों के शानदार खेल से टीम सफलता की नयी कहानी गढ़ रही है।भारत के पूर्व क्रिकेटर विजय दहिया ने इसका श्रेय दुनिया भर के टी20 लीग में खेलने के उनके अनुभव के साथ मानसिक और शारीरिक दृढ़ता को दिया।
उन्होंने कहा, यह अफगान टीम मानसिक रूप से बहुत मजबूत है और उनमें सफलता हासिल करने की भूख है। वे शारीरिक रूप से भी पहले से मजबूत हैं। क्रिकेट में मानसिक दृढ़ता अधिक मायने रखती है। अगर वे सेमीफाइनल में पहुंचते हैं तो मुझे आश्चर्य नहीं होगा।
उन्होंने PTI-
(भाषा) से कहा, वे खुद पर विश्वास करते हैं और अब बहुत खतरनाक टीम हैं। उन्होंने शानदार प्रगति की है।
उन्होंने कहा, अगर आप उनकी टीम को देखे तो कम से कम आठ ऐसे खिलाड़ी हैं जो नियमित तौर पर दुनिया भर में टी20 लीग में खेलते हैं। वे बिग बैश, द हंड्रेड और आईपीएल जैसे लीग में खेलते है जिससे उनके पास हर परिस्थिति में खेलने का अनुभव है। वे अपना अनुभव टीम के दूसरे खिलाड़ियों से भी साझा करते हैं।
पूर्व विकेटकीपर दाहिया ने कहा, उनके पास राशिद खान जैसा प्रेरित करने वाला कप्तान है। सलामी बल्लेबाज आक्रामक खेल दिखा रहे है और मध्यक्रम में अच्छा अनुभव है। टीम की गेंदबाजी इकाई कमाल की है।
मौजूदा टी20 विश्व कप में रहमानुल्लाह गुरबाज छह मैचों में 238 रन के साथ बल्लेबाजों की सूची में शीर्ष पर है तो वहीं इब्राहिम जदरान 211 रन के साथ चौथे स्थान पर है।बल्लेबाजी ही नहीं गेंदबाजों की सूची में भी फजलहक फारुकी 15 विकेट के साथ सबसे ऊपर है।
भारत के पूर्व तेज गेंदबाज अतुल वासन ने कहा कि अफगानिस्तान के खिलाड़ी दिलेर है और वे पूरी प्रतिबद्धता के साथ खेल रहे है।
उन्होंने कहा, वे बेखौफ है। उनके पास गंवाने के लिए कुछ नहीं है। उनके पास क्रिकेट के जरिए अपनी धाक जमाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। उनकी टी20 टीम मजबूत दिखती है। उनके पास कुछ शानदार टी20 क्रिकेटर हैं जो बल्ले और गेंद से आक्रामक अंदाज में खेलते हैं। गुरबाज और जादरान को देखो।
उन्होंने कहा, वे कमाल कर रहे हैं। वे सिर्फ रन नहीं बना रहे है बल्कि जिस अंदाज में रन बना रहे है वे जबरदस्त है। उनके पास नूर अहमद के रूप में कलाई का शानदार स्पिनर है।वासन ने कहा कि भारत और यूएई जैसे देशों ने उनके घरेलू मैचों के लिए मैदान मुहैया कराकर उनके क्रिकेट के विकास में अहम भूमिका निभाई है।