इंग्लैंड के पूर्व ऑलराउंडर केविन पीटरसन ने टीम इंडिया को हिंदी में ट्वीट कर ढांढस बंधाई, अन्य विदेशी क्रिकेटरों ने यह कहा
भारत पाकिस्तान और न्यूजीलैंड से हारकर भारत लगभग टी-20 विश्वकप की दौड़ से बाहर हो चुका है। ऐसे में टीम इंडिया को क्रिकेट जगत से कड़ी आलोचना सहन करनी पड़ रही है। हालांकि एक पूर्व क्रिकेटर ने भारत का हौंसला बढ़ाया है।
इंग्लैंड के पूर्व ऑलराउंडर केविन पीटरसन ने भारतीय टीम को ढांढस बढ़ाते हुए हिंदी भाषा में ट्वीट किया है कि खेल में एक विजेता और एक हारने वाला होता है।कोई भी खिलाड़ी हारने के लिए बाहर नहीं जाता है।अपने देश का प्रतिनिधित्व करना सबसे बड़ा सम्मान है।कृपया महसूस करें कि खेल के लोग रोबोट नहीं हैं और उन्हें हर समय समर्थन की आवश्यकता है।
इसके अलावा इंग्लैंड के अन्य पूर्व क्रिकेटरों ने भी भारतीय टीम के दयनीय प्रदर्शन पर अपनी राय रखी। पूर्व कप्तान माइकल वान ने कहा कि भारत को अन्य देशों से सबक लेना चाहिए। अनुभव के लिए अपने खिलाड़ियों को दुनिया भर की अन्य लीग में खेलने की स्वीकृति दो। ईमानदारी से कहूं तो वे सफेद गेंद के क्रिकेट में इतने वर्षों में प्रतिभा और गहराई को देखते हुए उम्मीद के मुताबिक उपलब्धि हासिल नहीं कर पाए।
निक कॉम्पटन ने कहा कि मुझे समझ नहीं आता कि अश्विन के साथ कोहली के रिश्ते के कारण कैसे वह भारतीय टीमों से बाहर है। क्या आपको लगता है कि कप्तान को इस तरह की स्वायत्ता दी जानी चाहिए।
चहल का टी20 विश्व कप में नहीं खेलना दुर्भाग्यपूर्ण : ताहिरइसके अलावा दक्षिण अफ्रीका टीम के स्पिनर ने कहा कि उन्हें चहल का चयन ना होना ही अचरज का विषय लगा। दक्षिण अफ्रीका के अनुभवी स्पिनर इमरान ताहिर ने युजवेंद्र चहल को वर्तमान टी20 विश्व कप की टीम से बाहर रखने पर हैरानी जतायी और कहा कि यह लेग स्पिनर अपनी विविधतापूर्ण गेंदबाजी से कुछ मिनटों में मैच का पासा पलट सकता है।
विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम का लगातार दो हार से टी20 विश्व कप में अभियान अच्छा नहीं रहा और इसके लिये चयन पर भी उंगली उठायी जा रही है। इनमें चहल का चयन नहीं करना भी शामिल है।
ताहिर ने वर्चुअल मीडिया बातचीत में कहा, वह (चहल) शानदार गेंदबाज है। मैं निजी तौर पर उसे टी20 विश्व कप में देखना चाह रहा था लेकिन दुर्भाग्य से उसे नहीं चुना गया।
उन्होंने कहा, लेग स्पिनर विविधतापूर्ण गेंदबाजी करते हैं। केवल गुगली या लेग ब्रेक ही नहीं, वे टॉप स्पिनर, फ्लिपर और स्लाइडर भी करते हैं। लेग स्पिनर बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। बल्लेबाज अब वैसा नहीं खेल सकते जैसे वे 10 साल पहले खेला करते थे। श्रेय सभी स्पिनरों और क्षेत्ररक्षण की सजावट को जाता है।