HDFC बैंक के रास्ते शेयर बाजार में कोहराम, सेंसेक्स 1616 अंक गिरा, निवेशकों को भारी नुकसान
- शेयर बाजार में भूचाल से निवेशक स्तब्ध
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2024 में भारतीय शेयर बाजारों में पहली बड़ी गिरावट
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15 जनवरी को ही ऑल टाइम हाई थे सेंसेक्स और निफ्टी
HDFC बैंक के शेयरों में भारी बिकवाली के बाद निवेशकों ओर से की गई मुनाफा वसूली की वजह से भारतीय शेयर बाजार में बुधवार को कोहराम मच गया। सेंसेक्स और निफ्टी में आई भारी गिरावट की वजह से एक ही दिन में निवेशकों को करोड़ों का नुकसान हो गया।
बीएसई (BSE) का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स (Sensex) 1,614 अंक गिरकर 71,515.13 अंक पर बंद हुआ। इसमें 2.21 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी (Nifty) 453.90 अंक टूटकर 21,578.40 पर बंद हुआ। इसमें भी 2.06 फीसदी भी गिरावट आई। बैंक निफ्टी भी 2,061 अंक गिरकर 46,064 पर बंद हुआ। इसमें 4.28 फीसदी अंकों की गिरावट दर्ज की गई।
HDFC bank के शेयर 8.16 प्रतिशत गिरे : सेंसेक्स की कंपनियों में एचडीएफसी बैंक के दिसंबर तिमाही के नतीजों के बाद उसके शेयर में 8.16 प्रतिशत की गिरावट आई। बैंक का शेयर 137 रुपए की गिरावट के साथ 1542 पर बंद हुआ। एचडीएफसी बैंक का अक्टूबर-दिसंबर तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ 2.65 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 17,258 करोड़ रुपए रहा है। सितंबर तिमाही में यह 16,811 करोड़ रुपए था।
इन शेयरों में भी नुकसान : कोटक महिंद्रा बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, SBI, ऐक्सिस बैंक, टाटा स्टील, टाटा मोटर्स और बजाज फाइनेंस के शेयर भी नुकसान में थे। भारती एयरटेल, हिंदुस्तान यूनिलिवर और असेंचर के शेयर भी लाल निशान में बंद हुए।
वहीं दूसरी ओर टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, इन्फोसिस, रिलायंस इंडस्ट्रीज, अल्ट्राटेक सीमेंट, एचसीएल टेक्नोलॉजीज और टेक महिंद्रा के शेयर लाभ में कारोबार कर रहे थे।
क्यों धड़ाम हुआ शेयर बाजार : विशेषज्ञ सागर अग्रवाल ने बताया कि मुनाफा वसूली, एचडीएफसी बैंक के तीमाही परिणाम और ईरान द्वारा पाकिस्तान पर गई एयर स्ट्राइक की वजह से बाजार में भारी गिरावट दर्ज की गई। डॉलर में आई तेजी की वजह से रुपया कमजोर हुआ। क्रूड और अन्य वस्तुओं के दाम बढ़ गए। इसका भी बाजार पर नकारात्मक असर हुआ।
उल्लेखनीय है कि 16 जनवरी को ही सेंसेक्स 73427.59 के ऑल टाइम हाई तक पहुंचा था। अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर उत्साहित निवेशक शेयर बाजार में तेजी की उम्मीद लगाए बैठा था। इस वजह से छोटे निवेशकों को ज्यादा नुकसान हुआ।
Edited by : Nrapendra Gupta