लंदन। दक्षिण अफ्रीका के वेड वान निकर्क ने संक्रमण से ग्रसित इसाक मकवाला की अनुपस्थिति में यहां विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 400 मीटर में अपने खिताब का बचाव कर लिया जबकि 800 मीटर में फ्रांस के पियरे एम्ब्रॉस बॉसे ने हैरान करते हुए स्वर्ण अपने नाम कर लिया।
पुरुषों की 400 मीटर रेस बोत्सवाना के मकवाला की बीमारी के कारण पहले ही चर्चा में बनी हुई थी जिनके रेस में हिस्सा लेने पर अंत तक असमंजस की स्थिति रही। लेकिन अंतत: खतरनाक वायरस से संक्रमित होने का हवाला देते हुए आईएएएफ ने मकवाला को स्टेडियम में ही घुसने की अनुमति नहीं दी और निकर्क ने अपने बड़े प्रतिद्वंद्वी की अनुपस्थिति में 43.98 सेकंड का समय निकालकर यहां एक बार फिर खिताब पर कब्जा कर लिया।
ओलंपिक और गत विश्व चैंपियन तथा विश्व रिकॉर्डधारी निकर्क ने आसानी से रेस जीती जहां 21 साल के बहामास के एथलीट स्टीवन गार्डिनर 44.41 सेकंड का समय लेकर रजत और 20 साल के जूनियर विश्व चैंपियन कतर के अब्देल्लाह हारोन 44.48 सेकंड का समय लेकर कांस्य जीतने में कामयाब रहे।
फ्रेड केर्ली ने क्वालीफाई करने वाले धावकों के बाद सबसे तेज समय निकालकर फाइनल में जगह बनाई थी, लेकिन वह फाइनल में आखिरी स्थान पर रहे और अमेरिका 400 मीटर में विश्व चैंपियनशिप के इतिहास में दूसरी बार पदक नहीं जीत पाया।
पुरुषों की पोल वॉल्ट स्पर्धा में अमेरिका के सैम कैंड्रिक्स ने अपने अपराजेय सत्र में विश्व खिताब अपने नाम किया, जबकि एक बार फिर पूर्व ओलंपिक चैंपियन तथा विश्व रिकॉर्डधारी रेनो लैविनिने विश्व स्वर्ण से चूक गए। अमेरिकी सेना में लेफ्टिनेंट सैम ने 5.95 मीटर की ऊंचाई पार करने के साथ स्वर्ण पर कब्जा किया, जबकि पोलैंड के पियोत्र लिसेक ने रजत तथा लैविनिने को कांस्य मिला।
दो वर्ष पहले बीजिंग में कांस्य पदक विजेता लिसेक और फ्रांस के लैविनिने दोनों ने 5.89 मीटर की ऊंचाई पार की, लेकिन काउंटबैक में पोलिश खिलाड़ी को रजत मिला। ओलंपिक चैंपियन फाबियो ब्राज फिटनेस के कारण नहीं उतरे।
पुरुषों की 800 मीटर दौड़ में फ्रांस के पियरे ने बड़ा उलटफेर करते हुए विश्व खिताब अपने नाम किया, जो उनके करियर का पहला बड़ा खिताब भी है। 25 वर्षीय फ्रांसीसी खिलाड़ी ने एक मिनट 44.67 सेकंड का समय लेकर स्वर्ण जीता, जबकि पोलैंड के एडम कैजॉट ने एक मिनट 44.95 सेकंड का समय लेकर रजत और केन्या के किपएगोन बैट ने एक मिनट 45.25 सेकंड के साथ कांस्य जीता।
पुरुषों के 3000 मीटर स्टीपलचेज में केन्याई धावक कांसेलस किपरूतो ने अपने देश का दबदबा कायम रखते हुए उम्मीद के मुताबिक स्वर्ण पदक पर कब्जा किया। एक सप्ताह पहले टखने की चोट से उबरने के बाद ही केन्याई धावक ने यहां विश्व खिताब अपने नाम किया। गत वर्ष रियो ओलंपिक में और दो वर्ष पहले बीजिंग में रजत जीतने वाले किपरूतो ने 300 मीटर रहते ही बढ़त बना ली थी और आठ मिनट 14.12 सेकंड में रेस जीत ली।
पूर्वी अफ्रीकी राष्ट्र के पास अब विश्व चैंपियनशिप के इतिहास में 15 सत्रों में 12 स्टीपलचेज़ विश्व खिताब हो गए हैं। मोरक्को के सोफियाने अल बकाली ने रजत पदक जीतकर अपने करियर की सबसे बड़ी जीत भी दर्ज की। रियो ओलंपिक के रजत पदक विजेता अमेरिका के इवान जागर ने आठ मिनट 15.53 सेकंड का समय लेकर कांस्य पदक जीता। वे विश्व चैंपियनशिप के स्टीपलचेज़ में पदक जीतने वाले अपने देश के पहले एथलीट हैं।
चेक गणराज्य की बारबोरा स्पोताकोवा ने महिलाओं की भाला फेंक स्पर्धा में विश्व खिताब अपने नाम किया। उन्होंने 10 वर्ष पहले विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण जीता था। विश्व रिकॉर्डधारी खिलाड़ी ने अपने दूसरे प्रयास में 66.76 मीटर तक भाला फेंका जो 36 वर्षीय खिलाड़ी के लिए स्वर्ण जीतने के लिए काफी था।
इसी लंदन स्टेडियम में स्पोताकोवा ने पांच वर्ष पहले अपना ओलंपिक खिताब जीता था। ओलंपिक चैंपियन क्रोएशिया की सारा कोलाक इस बार पदक हासिल नहीं कर सकीं और चौथे स्थान पर रहीं। दो बार की एशियाई चैंपियन चीन की ली लिंगवेई ने 66.25 मीटर की थ्रो के साथ रजत और उनकी हमवतन लियू हुईहुई ने 65.26 मीटर की थ्रो के साथ कांस्य अपने नाम किया। (वार्ता)