बेंगलुरु बुल्स के सिर सजा प्रो कबड्डी का ताज, पवन सहरावत बने हीरो
मुंबई। पवन सहरावत के तूफानी प्रदर्शन से बेंगलुरु बुल्स ने दूसरे हॉफ में जबरदस्त वापसी करते हुए गुजरात फॉच्यूर्नजाएंट्स को शनिवार को 38-33 से पराजित कर प्रो कबड्डी लीग-6 का खिताब जीत लिया।
3 महीने तक चली लंबी लीग के बाद फाइनल में दोनों टीमों के बीच जबरदस्त मुकाबला हुआ। गुजरात ने जहां पहले हॉफ में दबदबा बनाया तो वहीं बेंगलुरु ने दूसरे हॉफ में शानदार वापसी की। पवन 25 रेड में 22 अंक लेकर अपनी टीम की जीत के महानायक बन गए। बेंगलुरु ने पहली बार प्रो कबड्डी का खिताब जीता और यह टूर्नामेंट जीतने वाली चौथी टीम बन गई।
बेंगलुरु ने पहले हॉफ में 9-16 से पिछड़ने के बाद दूसरे हॉफ में शानदार वापसी करते हुए खिताब अपने नाम किया। बेंगलुरु सत्र-2 में उपविजेता रहे थे लेकिन 6ठे सत्र में चैंपियन बन गए। गुजरात की टीम पिछले साल भी उपविजेता रही थी और इस बार भी उसे उपविजेता रहकर संतोष करना पड़ा। विजेता बेंगलुरु को अपनी पहली खिताबी जीत से 3 करोड़ रुपए की पुरस्कार राशि मिली जबकि उपविजेता गुजरात को 1 करोड़ 80 लाख रुपए मिले।
मैच की रोमांचक शुरुआत हुई और स्कोर 6-6 से बराबर चल रहा था लेकिन गुजरात ने इसके बाद बढ़त बनाने का सिलसिला शुरू किया। गुजरात ने 11-9 के स्कोर पर बेंगलुरु को ऑलआउट किया और 15-9 की बढ़त बना ली। पहला हॉफ जब समाप्त हुआ तो गुजरात की टीम 16-9 से आगे थी। गुजरात ने दूसरे हॉफ में अपनी बढ़त को 17-9 पहुंचा दिया लेकिन बेंगलुरु ने पवन सहरावत के दमदार प्रदर्शन से वापसी करते हुए स्कोर को 19-21 पहुंचा दिया। बेंगलुरु ने अब गुजरात को ऑलआउट कर 23-22 की बढ़त बना ली।
इसके बाद दोनों टीमों के बीच 1-1 अंक के लिए संघर्ष चलता रहा। रोहित गुलिया ने 24-25 के स्कोर पर सुपर रेड कर गुजरात को 27-25 से आगे कर दिया। संघर्ष और कड़ा होता चला जा रहा था और स्कोर 29-29 से बराबर हो गया।
बेंगलुरु ने मैच में 2 मिनट शेष रहते फिर 31-29 की बढ़त बनाई। अब भी यह कह पाना मुश्किल था कि कौन सी टीम जीतेगी। लेकिन टाइम आउट के बाद बेंगलुरु ने गुजरात को ऑलआउट कर 36-29 की निर्णायक बढ़त बनाकर खिताब पर अपना दावा मजबूत कर लिया।
गुजरात को दूसरे हॉफ की गलतियां भारी पड़ीं जबकि पवन बेंगलुरु टीम के सबसे बड़े हीरो बन गए। बेंगलुरु की बढ़त 37-32 हो गई और गुजरात खेमे में निराशा पसर गई। बेंगलुरु ने 38-33 के स्कोर पर खिताब जीत लिया। पवन को फाइनल के सर्वश्रेष्ठ रेडर का पुरस्कार मिला। पवन ने पहले हॉफ में मात्र 4 अंक बनाए थे लेकिन दूसरे हॉफ में उन्होंने 18 अंक बटोरकर अकेले अपने दम पर गुजरात को ध्वस्त कर दिया। पवन के बाद बेंगलुरु टीम में दूसरा सर्वाधिक स्कोर 3 था, जो सुमीत सिंह के नाम रहा।
गुजरात की तरफ से सचिन ने 10 और के प्रपंजन ने 5 अंक बनाए। बेंगलुरु को रेड से 26, डिफेंस से 7 और ऑलआउट से 4 अंक जुटाए। बेंगलुरु ने पहले क्वालीफायर में गुजरात को 41-29 से हराया था और फाइनल में भी उसे शिकस्त दे दी। (वार्ता)
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