चंडीगढ़। पंजाब के मानसा जिले में रविवार को अज्ञात हमलावरों ने मशहूर पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की गोली मारकर हत्या कर दी। राज्य सरकार द्वारा मूसेवाला की सुरक्षा वापस लिए जाने के एक दिन बाद यह घटना हुई।
पंजाब के पुलिस महानिदेशक वीके भवरा ने मूसेवाला (27) की हत्या की जांच के लिए विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि हमला गिरोहों के बीच आपसी रंजिश का परिणाम लग रही है और लॉरेंस बिश्नोई गिरोह इसमें शामिल था।
डीजीपी ने कहा कि हमले में करीब तीन हथियारों का इस्तेमाल किया गया और 30 गोलियां चलाई गईं। उन्होंने कहा कि मूसेवाला अपने साथ पंजाब पुलिस के दो कमांडो को नहीं ले गए थे, जो उनकी सुरक्षा के लिए अब भी मुहैया किए गए थे।
मूसेवाला ने हालिया विधानसभा चुनाव में मानसा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था और वे आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार विजय सिंगला से हार गए थे। कांग्रेस और अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं ने मूसेवाला की हत्या पर स्तबधता और आक्रोश व्यक्त किया है और उनकी सुरक्षा वापस लेने के लिए राज्य की आम आदमी पार्टी सरकार पर निशाना साधा।
मानसा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गौरव तूरा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि मूसेवाला के चचेरे भाई और एक दोस्त भी हमले में घायल हो गए, जो उनके साथ महिंद्रा थार जीप से यात्रा कर रहे थे। उन्होंने बताया कि मूसेवाला और उनके साथी मानसा में जवाहर के गांव पहुंचे, तभी दो वाहनों ने उन्हें रोका और उन पर सवार लोगों ने मूसेवाला पर गोलियां बरसानी शुरू कर दीं।
एसएसपी ने बताया कि मूसेवाला को फौरन सिविल अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। दो अन्य की हालत स्थिर है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने 9 एमएम हथियार की कारतूस के खोखे बरामद किए हैं और इस बात की संभावना है कि 315 बोर के हथियार का इस्तेमाल किया गया होगा।
घटना में एक एके-47 राइफल का इस्तेमाल किये जाने के बारे में पूछे जाने पर एसएसपी ने कहा कि ऐसा हुआ होगा लेकिन सभी तथ्य जांच के दौरान सामने आएंगे। उन्होंने कहा कि घटना अंतर-गिरोह रंजिश का परिणाम हो सकती है।
उन्होंने कहा कि मूसेवाला के मैनेजर का नाम पिछले साल युवा अकाली नेता विकी मिद्दुखेरा की हत्या के मामले में सामने आया था। एसएसपी ने कहा कि लॉरेंस बिश्नोई और लकी पटियाल गिरोहों के बीच रंजिश थी और हमला इससे जुड़ा रहा होगा। उन्होंने कहा कि हम विषय की जांच कर रहे हैं और हमें कुछ सुराग मिले हैं।
पंजाब पुलिस ने शुभदीप सिंह सिद्धू उर्फ सिद्धू मूसेवाला समेत 424 लोगों की सुरक्षा शनिवार को वापस ले ली थी। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने घटना को लेकर अपनी सरकार की आलोचना होने पर कहा कि हमले में संलिप्त किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।
मान ने एक ट्वीट में कहा कि सिद्धू मूसेवाला की बर्बर हत्या से मैं स्तब्ध और अत्यधिक दुखी हूं। हमले में संलिप्त किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। उनके परिवार और दुनिया भर में उनके प्रशंसकों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। मैं हर किसी से शांत रहने की अपील करता हूं।
मूसेवाला की हत्या को स्तब्ध करने वाला बताते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दोषी को कठोरतम सजा दी जाएगी। केजरीवाल ने एक ट्वीट में कहा, सिद्धू मूसेवाला का क़त्ल बेहद दुःखद और स्तब्ध करने वाला है। मैंने अभी पंजाब के मुख्यमंत्री मान साहिब से बात की। दोषियों को सख़्त से सख़्त सजा दिलवाई जाएगी। मेरी सबसे बिनती है कि सब लोग हौसला रखें और शांति बनाए रखें। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।
कांग्रेस पार्टी ने ट्वीट किया, 'पंजाब से कांग्रेस उम्मीदवार रहे और एक प्रतिभाशाली संगीतकार सिद्धू मूसेवाला की हत्या, कांग्रेस पार्टी और पूरे देश के लिए एक भयानक सदमे की तरह है। उनके परिवार, प्रशंसकों और मित्रों के प्रति हम गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। इस बेहद दुखद घड़ी में हम एकजुट और अडिग हैं।' मूसेवाला विधानसभा चुनाव से पहले पिछले साल कांग्रेस में शामिल हुए थे।
मूसेवाला को कांग्रेस में लाने में अहम भूमिका निभाने वाले पार्टी की पंजाब इकाई के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने कहा कि वह स्तब्ध हैं। वडिंग ने ट्वीट किया, 'भगवंत मान सरकार द्वारा सुरक्षा वापस लेने के 2 दिन बाद ही उन्हें (मूसेवाला को) मानसा में गोलियों से भून दिया गया। पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार ने (सत्ता में बने रहने का) नैतिक अधिकार खो दिया है। इसे बर्खास्त किया जाना चाहिये।' भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने भी मुख्यमंत्री भगवंत मान और आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
उन्होंने कहा कि हम पंजाब सरकार को पंजाब की स्थिति के प्रति ध्यान देने की चेतावनी देते रहे हैं। मुख्यमंत्री के तौर पर अपने कर्तव्यों के निर्वहन में लापरवाही बरतने के लिए मान के खिलाफ मैं प्राथमिकी दर्ज करने की मांग करता हूं। साथ ही केजरीवाल पर भी धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया जाए।
पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने दिल्ली में संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि गोपनीय सूची, जिसमें उन लोगों के नाम थे जिनकी सुरक्षा हटा दी गई है, को सार्वजनिक कर दिया गया था। पात्रा ने कहा कि इस तरह से, यह हत्यारों के लिए एक खुला आमंत्रण है कि आप अपने काम को अंजाम दे सकते हैं...अरविंद केजरीवाल इस हत्या के लिए जिम्मेदार हैं।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने आरोप लगाया कि पंजाब में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। उन्होंने कहा, अपराधियों को कानून का कोई डर नहीं है। पंजाब सरकार बुरी तरह नाकाम हो गई है। पंजाब में कोई भी सुरक्षित नहीं है। जिन अन्य लोगों की सुरक्षा वापस ली गई है उनमें पूर्व विधायक, तख्त दमदमा साहिब और तख्त केसगढ़ साहिब के दो जत्थेदार, डेराओं के प्रमुख तथा सेवारत एवं सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी शामिल हैं।
मूसेवाला की मां मानसा जिले में मूसा गांव की सरपंच हैं, जबकि पिता एक पूर्व सैनिक हैं। अपने गानों में बंदूक संस्कृति को बढ़ावा देने को लेकर मूसेवाला को समाज के कई वर्गों से आलोचना का सामना करना पड़ा था। कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान एक फायरिंग रेंज में एके-47 से फायरिंग करते हुए कुछ तस्वीरों में उनके नजर आने पर उनके खिलाफ शस्त्र अधिनियम और आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था। ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आई थीं।