मदर टेरेसा के ट्रस्ट से बेचे जा रहे थे बच्चे, एक लाख से अधिक में बेचते थे नवजातों को
रांची। संत मदर टेरेसा द्वारा स्थापित संस्था मिशनरीज ऑफ चैरिटी द्वारा संचालित आश्रम से बच्चों की बिक्री का सनसनीखेज मामला सामने आया है।
पुलिस ने इस मामले में मिशनरीज ऑफ चैरिटी होम की एक कर्मचारी को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। साथ ही दो और सिस्टर को हिरासत में लिया गया है।
संस्था की ओर से अब तक जितने भी बच्चों की खरीद-बिक्री की गई, पुलिस उनके खरीदारों की जानकारी जुटा रही है। पुलिस ने सभी खरीदारों पर प्राथमिकी दर्ज करेगी।
आरोप है कि चैरिटी होम की महिला संचालक के साथ मिलकर आधा दर्जन नवजात को अबतक बेच चुकी है। चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की जांच में इस तथ्य का खुलासा हुआ है कि एक बच्चा के एवज में 1.20 लाख रुपए तक लिए गए थे।
पुलिस की जांच में बच्चे की खरीद-फरोख्त में शामिल रहने वाली सिस्टर कांसिलिया बाखला, बच्चों की बिक्री के लिए माध्यम बनी सदर अस्पताल की गार्ड मधु कुमारी, बच्चे को खरीदने वाले उत्तर प्रदेश सोनभद्र जिले के ओबरा निवासी व्यवसायी दंपती सौरभ कुमार अग्रवाल एवं प्रीति अग्रवाल समेत आठ लोगों के नाम सामने आए हैं।
इधर, गुरुवार को सिस्टर कांसिलिया को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी स्वयंभू की अदालत में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया। वहीं निर्मल हृदय की हेड सिस्टर मेरी को हिरासत में ही रखा गया है। पुलिस ने अनिमा सहित अन्य सिस्टरों के पास से 1.49 लाख रुपए जब्त किए हैं।