गैंगस्टर संदीप उर्फ काला जठेड़ी और “हिस्ट्रीशीटर” अनुराधा चौधरी उर्फ “मैडम मिंज” मंगलवार को दिल्ली में कड़ी पुलिस सुरक्षा के बीच विवाह के बंधन में बंध गए। संदीप हरियाणा के सोनीपत से भारी सुरक्षा के बीच पुलिस वैन में विवाह स्थल पहुंचा।
सूत्रों ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने गैंगवार की किसी भी घटना या संदीप के हिरासत से भागने की आशंका से बचने के लिए सुरक्षा के अचूक इंतजाम किए थे।
संदीप के खिलाफ हत्या और डकैती समेत लगभग दो दर्जन आपराधिक मामले दर्ज हैं, तो वहीं उसकी पत्नी धनशोधन एवं अपहरण से संबंधित लगभग आधा दर्जन मामलों में नामजद है।
दोनों की प्रेम कहानी मध्य प्रदेश के इंदौर में शुरू हुई थी, जहां अनुराधा की मुलाकात दोनों के परिचित विक्की सिंह के जरिए संदीप से हुई।
द्वारका के एक बारात घर में भारी पुलिस बल के बीच चुनिंदा लोगों की मौजूदगी में संदीप (40) और "हिस्ट्रीशीटर" अनुराधा (39) की शादी हुई।
लगभग दो दर्जन आपराधिक मामलों का सामना कर रहे और तिहाड़ जेल में बंद संदीप को जमानत पर रिहा अनुराधा के साथ शादी के बंधन में बंधने के लिए पूर्वाह्न करीब 10:15 बजे कड़ी सुरक्षा के बीच पुलिस वैन में कार्यक्रम स्थल पर लाया गया।
अनुराधा काले रंग की महिंद्रा स्कॉर्पियो कार खुद चलाकर कार्यक्रम स्थल पर पहुंची। उसके साथ परिवार के सदस्य भी थे।
लाल रंग का सूट पहने और काला चश्मा लगाए अनुराधा ने बारात घर संतोष गार्डन में प्रवेश किया, जो पहले से ही दिल्ली पुलिस के विशेष हथियार एवं तकनीक (स्वाट) कमांडो की तैनाती के साथ किले में तब्दील हो चुका था।
आसपास की इमारतों की छतों पर भी सशस्त्र पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे। शादी के दौरान गतिविधियों पर नजर रखने के लिए आधा दर्जन से अधिक सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन भी लगाए गए थे।
संदीप ने विवाह के लिए समारोह स्थल पर कपड़े बदले। उसने 'कुर्ता-पायजामा' और हाफ जैकेट जबकि अनुराधा ने गुलाबी रंग की 'साड़ी' पहनी थी।
दिल्ली की एक अदालत ने संदीप को शादी के लिए पूर्वाह्न 10 बजे से शाम 4 बजे तक का समय दिया था। बुधवार को दोनों को घर पर होने वाली रस्मों के लिए हरियाणा के सोनीपत में जठेड़ी गांव ले जाया जाएगा।
विवाह समारोह 'जयमाला' के साथ शुरू हुआ और उसके बाद रस्में हुईं, जिसमें 50 से अधिक मेहमान शामिल हुए। प्रत्येक अतिथि का नाम एक रजिस्टर में दर्ज किया गया।
मंगलवार को, कुछ आमंत्रित व्यक्ति विवाह समारोह में शामिल नहीं हो सके क्योंकि पुलिस कर्मियों ने उन लोगों को अनुमति नहीं दी, जिनके पास सरकारी अधिकारियों द्वारा जारी पहचान पत्र नहीं थे।
सूत्रों ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने गैंगवार की किसी भी घटना या संदीप के हिरासत से भागने की आशंका से बचने के लिए अचूक सुरक्षा इंतजाम किए थे।
'मंडप' पर बुलेटप्रूफ जैकेट और बॉडी कैमरा पहने लगभग 20 पुलिसकर्मी पहरा दे रहे थे। समारोह स्थल संदीप के वकील ने 51,000 रुपये में बुक किया था। यह तिहाड़ से सात किलोमीटर दूर स्थित है।
मीडियाकर्मियों को समारोह स्थल के प्रवेश द्वार के पास एक घेरे में रहने के लिए कहा गया। हालांकि, विवाह समारोह के दौरान उन्हें मोबाइल फोन के बिना अंदर प्रवेश करने की अनुमति दी गई।
विवाह के बाद संदीप की मां कमला ने कहा कि वह अपने बेटे की शादी से खुश हैं। कमला ने कार्यक्रम स्थल पर मीडिया को बताया, “उसने मुझसे कहा कि मां, सब कुछ ठीक है। वह आगे से कोई गलत काम नहीं करेगा।”
संदीप को अपराह्न करीब 3:50 बजे उसी पुलिस वैन में वापस तिहाड़ ले जाया गया, जिससे उसे समारोह स्थल लाया गया था।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वकालत की पढ़ाई कर रही अनुराधा अदालत में अपने पति का मुकदमा लड़ना चाहती है।
मारे जा चुके गैंगस्टर आनंदपाल सिंह की एक समय करीबी रही अनुराधा के खिलाफ राजस्थान और दिल्ली में धनशोधन, अपहरण, धमकी देने और शस्त्र अधिनियम से संबंधित आधा दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं।
दिल्ली पुलिस के रिकॉर्ड के अनुसार जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के करीबी सहयोगी संदीप के खिलाफ दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में डकैती, हत्या, हत्या के प्रयास, जबरन वसूली और शस्त्र अधिनियम के तहत एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं।
दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि उन्हें पता चला है कि अनुराधा सोनीपत में संदीप के माता-पिता की देखभाल कर रही थी। हाल ही में मीडिया को दिए साक्षात्कार में अनुराधा ने कहा था कि शादी के बाद वे दोनों अपराध की दुनिया छोड़कर सामान्य जिंदगी जिएंगे। भाषा