Twin Towers Demolition : टि्वन टावर ध्वस्त होने के बाद नोएडा में सफाई अभियान जोरों पर
नोएडा। नोएडा प्राधिकरण की मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) रितु माहेश्वरी ने सोमवार को कहा कि ध्वस्त हो चुके सुपरटेक टि्वन टावरों (Twin Towers) के आसपास आवासीय सोसायटी और सड़कों पर सफाई का काम जोरों पर जारी रहा।
सेक्टर 93ए में एमराल्ड कोर्ट और एटीएस विलेज सोसाइटी के कई निवासी रविवार रात घर लौट गए, जबकि कई अन्य लोग सोमवार को लौटे। इन ढांचों को ध्वस्त किए जाने से पहले इनके पास स्थित दो सोसाइटी एमराल्ड कोर्ट और एटीएस विलेज के करीब पांच हज़ार निवासियों को वहां से हटा दिया गया।
रविवार को दोपहर दो बजकर 30 मिनट पर दोनों टावर को ध्वस्त करने के लिए 3,700 किलोग्राम से अधिक विस्फोटकों का इस्तेमाल किया गया। केवल 12 सेकंड में ढह गए ढांचों से हजारों टन मलबा निकला और आसपास धुएं का गुबार छा गया।
एडिफिस इंजीनियरिंग, जेट डिमोलिशन, केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान (सीबीआरआई) और नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों सहित एक निरीक्षण दल से सुरक्षा मंजूरी के बाद उन्हें (निवासियों को) रविवार शाम सात बजे घर लौटने की अनुमति दी गई।
माहेश्वरी ने कहा, रविवार शाम से ही धुलाई के लिए एंटी स्मॉग गन, झाड़ू लगाने वाली मशीनें, पानी के टैंकर और छिड़काव करने वाले उपकरणों को तत्काल कार्य पर लगाया गया। उन्होंने कहा कि दोनों सोसायटी और आसपास के इलाकों में पेड़-पौधों पर पानी छिड़का जा रहा था, जबकि सड़कों की भी धुलाई की जा रही थी।
माहेश्वरी ने कहा कि ध्वस्त हो चुके टावर के मलबे का संपूर्ण निरीक्षण करने के बाद गैस, बिजली और पानी की आपूर्ति बहाल कर दी गई। वरिष्ठ आईएएस अधिकारी ने कहा, आपूर्ति निर्बाध तरीके से चल रही है। हमारे अधिकारियों ने अब तक किसी तरह की खराबी नहीं देखी है।
हम सभी आपूर्ति लाइनों पर कड़ी नजर रख रहे हैं।माहेश्वरी ने ट्वीट किया, टि्वन टावर के मलबे में जैविक कचरे को विभिन्न क्षेत्रों से हटा दिया गया है। धुलाई, झाड़ू लगाना और अन्य सफाई गतिविधियां जारी हैं। इस बीच, ध्वस्त हो चुके टि्वन टावर के सामने की सड़क पर पुलिसकर्मी तैनात हैं। सुरक्षा कारणों से 15 दिन के लिए सड़क मार्ग को बंद कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि कई स्थानीय लोगों ने सोमवार को मलबे की करीब से तस्वीरें और वीडियो बनाने के लिए इसके करीब पहुंचने की कोशिश की।(भाषा)