पंजाब में कंगना रनौत के खिलाफ AAP ने किया प्रदर्शन, लोकसभा सदस्यता समाप्त करने की मांग
AAP protested against Kangana Ranaut in Punjab : पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) की किसान शाखा ने भाजपा सांसद कंगना रनौत की किसान आंदोलन के संबंध में की गई टिप्पणी के खिलाफ बुधवार को यहां प्रदर्शन किया और उनकी लोकसभा सदस्यता को समाप्त करने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने यह भी मांग की कि भारतीय जनता पार्टी को उन्हें तत्काल पार्टी से निष्कासित कर देना चाहिए।
प्रदर्शनकारियों ने कंगना के खिलाफ नारे लगाए। उन्होंने सांसद पर आरोप लगाया कि यह पहली बार नहीं है जब उन्होंने किसानों के प्रदर्शन के खिलाफ बात की है। इस बीच, मोहाली में बुधवार को आयोजित एक कार्यक्रम से इतर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि भाजपा को कंगना रनौत जैसे विवादास्पद सांसदों को नियंत्रित करना चाहिए जो अपने जहरीले बयानों से देश का माहौल खराब कर रहे हैं।
प्रदर्शन में शामिल हुए आप विधायक जगतार सिंह दयालपुरा ने कहा, भाजपा को कंगना को पार्टी से निकाल देना चाहिए। वह समाज में नफरत के बीज बोने की कोशिश कर रही हैं और उनके द्वारा दिए गए ऐसे बयान पर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए।
प्रदर्शनकारियों ने जैसे ही पंजाब में भाजपा के कार्यालय का घेराव करने के लिए आगे बढ़ने की कोशिश की तो पुलिस ने उन्हें अवरोधक लगाकर रोक लिया। पुलिस ने बाद में प्रदर्शनकारियों को कुछ देर के लिए हिरासत में ले लिया। मोहाली में मान ने कहा कि मंडी लोकसभा क्षेत्र के लोगों के कल्याण पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय कंगना अपने निराधार बयानों के माध्यम से बार-बार पंजाबियों की भावनाओं को आहत कर रही हैं।
उन्होंने कहा, भाजपा को ऐसे नेताओं पर नियंत्रण रखना चाहिए। केवल यह बयान जारी कर देने से कि ये सांसदों के निजी विचार हैं पार्टी अपनी जिम्मेदारी से मुक्त नहीं हो जाती है। आप की हरियाणा इकाई ने कंगना की टिप्पणी के खिलाफ मंगलवार को राज्यव्यापी प्रदर्शन किया था। आप के एक नेता ने कहा कि उनका बयान किसानों के प्रति भाजपा की 'मानसिकता' को दर्शाता है।
आप की हरियाणा इकाई के अध्यक्ष सुशील गुप्ता ने आरोप लगाया था कि रनौत की टिप्पणी किसानों के प्रति भाजपा की 'मानसिकता' को दर्शाती है। हिमाचल प्रदेश के मंडी से सांसद कंगना ने हिंदी अखबार दैनिक भास्कर को दिए साक्षात्कार का एक वीडियो साझा किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर भाजपा का शीर्ष नेतृत्व मजबूत नहीं रहता, तो किसान आंदोलन के दौरान पंजाब को भी बांग्लादेश बना दिया जाता।
उन्होंने यह भी दावा किया कि किसानों के प्रदर्शन के दौरान लाशें लटकी थीं और दुष्कर्म की घटनाएं हो रही थीं। कंगना के इस बयान पर अन्य राज्यों में भी प्रदर्शन हुए। हिमाचल प्रदेश विधानसभा ने कंगना रनौत की इस टिप्पणी के संबंध में मंगलवार को कांग्रेस द्वारा प्रस्तुत एक निंदा प्रस्ताव को पारित किया।
भाजपा ने सोमवार को अभिनेत्री व सांसद कंगना रनौत के किसान आंदोलन पर दिए गए बयान से असहमति जताई और कहा कि पार्टी के नीतिगत विषयों पर बोलने के लिए कंगना रनौत को न तो अनुमति है और न ही वह बयान देने के लिए अधिकृत हैं। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour