जागे भारत के अरमान...जय हो रहमान
फिल्म स्लमडॉग मिलियनेयर और एआर रहमान के प्रतिष्ठित ऑस्कर पुरस्कार जीतने की उम्मीदों पर भारत की साँसें थमी हुई थी। सट्टा बाजार भी इस पक्ष में नजर आ रहा था कि ब्रिटेन के फिल्मकार डैनी बायले की मुंबई के एक चाय बनाने वाले लड़के की फर्श से अर्श तक की दास्तान पर बनी यह कृति श्रेष्ठ फिल्म और श्रेष्ठ निर्देशन की ट्रॉफी जीत लेगी। और अंतत: सबके सुनहरे सपने पूरे हुए। करोड़ों भारतीयों को रहमान, रेसुल पोकुट्टी और लघु वृत्तचित्र स्माइल पिंकी ने निराश नहीं किया। बॉलीवुड से प्रभावित स्लमडॉग मिलियनेयर ऑस्कर में 10 पुरस्कारों के लिए नामांकित थी। स्लमडाग पर 1-10 का सट्टा लगाने वाले विलियम हिल ने कहा कि- बेहतरीन प्रतिसाद बटोर चुकी स्लमडॉग मिलिनेयर सबसे पसंदीदा है।वरिष्ठ फिल्म आलोचक पीट हेमंड ने कहा स्लमडॉग हारती है तो यह ऑस्कर के आधुनिक इतिहास की सबसे बड़ी निराशा होगी। इस वर्ष यह एक बार भी नहीं लड़खड़ाई है। इसे अभूतपूर्व सफलता मिली है।बाजी लगाने वाली एक कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि दि क्यूरियस केस ऑफ बेंजामिन बटन को लेकर उत्सुकता थी,पर स्लमडॉग मिलिनेयर सबसे पसंदीदा है। ऑस्कर जीतने के बाद तो इसका महत्व और बढ़ गया है। जाहिर है कि सभी सट्टेबाजों के सितारें फिल्म के साथ जगमगा उठे हैं। आठ ऑस्कर हासिल कर फिल्म ने चारों तरफ धूम मचा दी है।