NRC के लिए BJP प्रतिबद्ध, बंगाल से 1 करोड़ अवैध बांग्लादेशियों को भेजेंगे वापस : दिलीप घोष
बारासात। भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि सरकार प्रस्तावित राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (National civil register) पूरे देश में लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है और राज्य में अवैध रूप से रह रहे 1 करोड़ बांग्लादेशी मुसलमानों को वापस भेजेंगे।
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए घोष ने कहा जो लोग संशोधित नागरिकता कानून का विरोध कर रहे हैं, वे बंगाल विरोधी हैं और भारत के विचार के खिलाफ हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य में 1 करोड़ अवैध मुस्लिम सरकार से दो रुपए प्रतिकिलो चावल योजना का लाभ ले रहे हैं। घोष ने ऐलान किया कि हम लोग उन्हें वापस भेजेंगे।
इस कानून का विरोध करने वालों पर बरसते हुए घोष ने पूछा कि आप ऐसे व्यवहार क्यों कर रहे हैं, आप संशोधित नागरिकता कानून और राष्ट्रीय नागरिक पंजी को रोकने का प्रयास क्यों कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हम लोग राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम यह भी सुनिश्चित करेंगे कि संशोधित नागरिकता कानून का कार्यान्वयन पश्चिम बंगाल में हो।
तृणमूल कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर बरसते हुए घोष ने कहा कि जब ‘लुंगी पहने रोहिंग्याओं’ ने तीन दिन तक रेलवे स्टेशनों और अन्य सार्वजनिक संपतियां को आग लगाई, तो उन्होंने कुछ नहीं बोला।’’
संशोधित नागरिकता कानून पर पिछले साल दिसंबर में राज्य में हिंसक प्रदर्शन का हवाला देते हुए भाजपा सांसद ने कहा कि ऐसी आगजनी में 500 से 600 करोड़ का नुकसान हुआ है।
भाजपा नेता ने कहा कि धार्मिक उत्पीड़न के बाद जीवन बचाने के लिए यहां आने वाले हिंदू शरणार्थियों का समर्थन करने के लिए उन्हें अगर कोई सांप्रदायिक कहता है तो उन्हें इससे कोई परेशानी नहीं होगी।
घोष ने कहा कि जो लोग संशोधित नागरिकता कानून का विरोध कर रहे हैं वे या तो भारत विरोधी हैं अथवा बंगाली विरोधी हैं।
वे भारत के विचार के खिलाफ हैं और यही कारण है कि वे हिंदू शरणार्थियों को नागरिकता दिये जाने का विरोध कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी पहला ऐसा दल है जिसने सत्ता में आने के बाद शरणार्थियों को नागरिकता देने के बारे में सोचा जबकि अन्य सभी दलों ने उनका इस्तेमाल वोट बैंक के रूप में किया।
संशोधित नागरिकता कानून एवं प्रस्तावित राष्ट्रीय नागरिक पंजी का विरोध करने वालों पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि उनका दिल घुसपैठियों के लिए रोता है।
घोष ने विरोध करने वाले प्रमुख लोगों को ‘परजीवी’ करार देने के एक दिन बाद कहा कि हिंदू शरणार्थियों का क्या। उनके पास कोई उत्तर नहीं है। (भाषा)