मौसम अपडेट : जून में मानसून की दगाबाजी, 100 साल में रहा सबसे सूखा
नई दिल्ली। जून को मानसून का पहला महीना माना जाता है, वह रविवार को खत्म हो जाएगा। लेकिन इस बार मानसून ने जून में दगाबाजी की। मौसम विभाग के अनुसार बीते 100 सालों में यह 5वां जून है, जो सूखा रहा है।
मौसम विभाग के अनुसार जून में 15.9 सेमी औसत बारिश होती है, लेकिन इस बार 10.43 सेमी बारिश ही हुई है। अब 1 दिन में करीब 5.5 मिमी बारिश होने की संभावना कम ही है।
उम्मीद की जा रही थी कि मानसून ने इस बार भले ही देर से दस्तक दी, लेकिन वह 'देर आयद दुरुस्त आयद की' की तर्ज पर झमाझम बारिश करेगा। मौसम विभाग के अनुसार 29 जून की शाम तक के आंकड़ों के अनुसार केवल अंडमान-निकोबार, पूर्वी राजस्थान और जम्मू-कश्मीर में ही सामान्य से अधिक बारिश हुई है जबकि कर्नाटक और लक्षद्वीप में सामान्य बारिश हुई है।
अगले 24 घंटे के दौरान महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश के दक्षिण-पश्चिम इलाके समेत गुजरात के तटीय भागों में भारी बारिश होने की संभावना है। इसके अतिरिक्त पूर्वोत्तर राज्यों के साथ-साथ ओडिशा, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना और चंडीगढ़ में भी हल्की बारिश हो सकती है।
क्या है कम बारिश का कारण? : मौसम विज्ञानियों के अनुसार 2009 व 2014 की तरह इस बार भी अल नीनो से मानसून में देरी हुई। मौसम विज्ञानियों का पूर्वानुमान है कि 10 दिनों में मानसून राजस्थान, पंजाब, हरियाणा व दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में पहुंच जाएगा। मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली में इस बार मानसून 8 जुलाई तक आ सकता है। मौसम विभाग का अनुमान है कि जुलाई में मानसून से 95 प्रतिशत बारिश होगी जबकि अगस्त में 99 प्रतिशत बारिश होगी।