बेमौसम बारिश और बर्फबारी ने कश्मीर में मचाई तबाही, टूट सकते हैं कई रिकॉर्ड
Jammu and Kashmir Weather Updates : जम्मू-कश्मीर में पश्चिमी विक्षोभ के कारण होने वाली बेमौसम की बारिश और बर्फबारी ने तबाही ला दी है। यही नहीं पिछले 24 घंटों के भीतर प्रदेश के कई इलाकों में बारिश कई रिकॉर्ड तोड़ने के करीब है। पश्चिमी विक्षोभ का कहर अभी रूका नहीं है।
मौसम विज्ञान केंद्र श्रीनगर के निदेशक सोनम लोटस ने चेतावनी दी कि अगले 24 घंटे जम्मू-कश्मीर के लिए भारी साबित होंगे, क्योंकि दोपहर बाद से भारी बारिश, बर्फबारी और ओलावृष्टि कहर बरपा सकती है। पहले ही कश्मीर के कई जिलों में बारिश पिछले कई सालों के रिकॉर्ड तोड़ने के करीब पहुंच चुकी है।
मौसम विभाग के अनुसार, काजीगुंड में पिछले 24 घंटों में 50 मिमी बारिश हुई है। इससे पहले वर्ष 2010 के मई महीने की 29 तारीख को 59 मिमी बारिश हुई थी। इसी तरह से कोकरनाग में भी 24 घंटों में 63 मिमी और बनिहाल में 41 मिमी बारिश ने पिछले कई रिकॉर्डों को धो डाला है।
सिर्फ बारिश ही नहीं बल्कि बर्फबारी भी कमाल दिखा रही है। गुरेज वैली में 5 से 6 इंच बर्फ गिर चुकी थी और कुलगाम, शोपियां और पहलगाम के इलाकों में भी यह 4 से 5 इंच का मई महीने का नया रिकॉर्ड बना चुकी थी।
मौसम विभाग ने आज पश्चिमी विक्षोभ के एक्टिव होने की चेतावनी के साथ ही भारी बारिश और बादल फटने की चेतावनियों के साथ ही कई ऊपरी इलाकों में हिमस्खलन की चेतावनी जारी करते हुए लोगों को घरों में ही रहने को कहा है।
कश्मीर वादी के साथ-साथ चिनाब वैली के रामबन, डोडा और किश्तवाड़ जिलों में भी भारी बारिश का कहर कितना है इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि रामबन में दो दिनों के लिए सभी स्कूलों और कॉलेजों में अवकाश घोषित कर दिया गया है। इन इलाकों में भी ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ताजा बर्फबारी के कारण सर्दी का मौसम पुनः लौट आया है।
हालांकि कश्मीर की जान कहे जाने वाले जेहलम दरिया में अभी पानी का बहाव 9 फुट के करीब था, पर ऊपरी इलाकों में भारी बारिश के कारण लोगों को चेतावनी जारी की जा चुकी थी। कश्मीर के अन्य कई नदी-नालों में भी बाढ़ आ चुकी थी।