Rajouri Encounter : जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के घने जंगली क्षेत्र में जारी अभियान के दौरान सुरक्षाबलों ने शनिवार को एक आतंकवादी को मार गिराया, जिसके बारे में माना जाता है कि वह इस साल की शुरुआत में धांगड़ी गांव में आम लोगों पर हुए हमले में शामिल था।
इस बीच, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती जिलों-राजौरी और पुंछ में सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया। राजौरी में जारी अभियान के दौरान शुक्रवार को आतंकवादियों द्वारा किए गए विस्फोट में सेना के पांच जवान शहीद हो गए और मेजर रैंक के एक अधिकारी घायल हो गए थे।
कांडी वन में सेना के ऑपरेशन त्रिनेत्र के दौरान आज हुई मुठभेड़ में एक आतंकवादी संभवत: घायल हुआ है। जम्मू में सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने कहा, राजौरी सेक्टर के कांडी वन में जारी सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के संयुक्त अभियान में सुबह करीब सात बजे आतंकवादियों की घेराबंदी की गई।
उन्होंने बताया, इसके बाद हुई मुठभेड़ में एक आतंकवादी को ढेर कर दिया गया और एक आतंकवादी संभवत: घायल हुआ है। प्रवक्ता ने कहा कि मारे गए आतंकवादी के पास से एके-56 राइफल, चार मैगजीन, 56 गोलियां, नौ एमएम का एक पिस्तौल, उसके तीन मैगजीन और तीन ग्रेनेड बरामद किए गए। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े संगठन पीपुल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट (पीएएफएफ) ने शुक्रवार के हमले की जिम्मेदारी ली है।
अधिकारियों ने कहा कि तलाशी अभियान को आसपास के क्षेत्रों में विस्तार दिया गया है और खराब मौसम के बावजूद अभियान जारी है। उन्होंने कहा कि मारे गए आतंकवादी के शव को घटनास्थल से हटा दिया गया और उसका पोस्टमॉर्टम भी किया गया।
अधिकारियों ने कहा कि मारे गए आतंकवादी की पहचान के लिए बुलाए गए बथुनी गांव के कुछ लोगों ने कहा कि वह उस समूह का हिस्सा था जो क्षेत्र में सक्रिय था और माना जाता है कि एक जनवरी को धांगड़ी हमले के पीछे उसका हाथ था। इस हमले में सात लोगों की मौत हुई थी जबकि कई अन्य घायल हुए थे।
राजौरी और पुंछ जिलों में आतंकवादियों द्वारा अक्टूबर 2021 से लेकर अब तक किए गए आठ हमलों में 26 सैनिकों सहित कुल 35 लोगों की जान गई है। राजनाथ ने राजौरी जिले के कांडी वन क्षेत्र में शुक्रवार को सेना के आतंकवाद-विरोधी अभियान के दौरान आतंकवादियों द्वारा किए गए विस्फोट में पांच जवानों के शहीद होने के एक दिन बाद इलाके का दौरा किया।
अधिकारियों ने बताया कि राजनाथ कुछ देर जम्मू में रुके और फिर सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे व जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ राजौरी में एस ऑफ स्पेड्स डिवीजन मुख्यालय पहुंचे। इस दौरान, उन्होंने आतंकवादियों के खिलाफ अभियान में शामिल सैनिकों से संवाद भी किया।
रक्षामंत्री ने ट्वीट किया, जम्मू कश्मीर के राजौरी में आज सेना के आधार शिविर का दौरा किया। सीमा पर अभियानगत क्षमताओं और सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया। भारतीय सेना के बहादुर जवानों से भी बातचीत की। भारत हमारी मातृभूमि की रक्षा के लिए उनके समर्पण को सलाम करता है।
उन्होंने बताया कि उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी, व्हाइट नाइट कोर के कोर कमांडर और जम्मू के मंडल आयुक्त ने भी राजनाथ के साथ राजौरी का दौरा किया। अधिकारियों के अनुसार, जम्मू लौटने से पहले रक्षामंत्री को कांडी वन क्षेत्र में चलाए जा रहे अभियान के बारे में जानकारी दी गई, जिसके बाद उन्होंने जम्मू-कश्मीर, खासकर राजौरी और पुंछ में समग्र सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)