रियासी हत्याकांड : पुलिस के हत्थे चढ़ा आतंकियों का मददगार, 6 हजार में किया था 10 जिंदगियों का सौदा
The main accused of the Reasi murder case is in police custody : एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में पुलिस ने एक ओवर ग्राउंड वर्कर को गिरफ्तार किया है, जिसे रियासी यात्री बस हमले के दौरान आतंकवादियों को सुविधा प्रदान करने और रसद सहायता देने के लिए मुख्य संदिग्ध माना जा रहा है। पुलिस के मुताबिक, वह आतंकियों के लिए गाइड का काम करता था और उन्हें 6000 रुपए में पनाह देता था। उसके मुताबिक, रियासी में यात्री बस पर हमला करने वाले तीन पाकिस्तानी आतंकी थे।
पुलिस का कहना है कि खाना और रहने की जगह मुहैया कराने के साथ-साथ उक्त व्यक्ति ने गाइड का काम भी किया और घटनास्थल तक पहुंचने में उनकी मदद की। गिरफ्तार व्यक्ति एक प्रमुख आतंकी सहयोगी है जिसने हमले को अंजाम देने में आतंकियों की मदद की थी। मामले में आगे की पूछताछ और जांच जारी है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि 9 जून को शिवखोड़ी से आ रही तीर्थयात्रियों की बस पर हुए आतंकी हमले से संबंधित एफआईआर संख्या- 31/2024 यू/एस 302/307 आईपीसी, 7/27 आर्म्स एक्ट 16/18/20 यूएपीए, पीएस-पौनी में एक सफलता हासिल की गई है। इसमें एक आतंकी सहयोगी, जिसकी पहचान हाकम दीन (40) पुत्र एमए खान निवासी- बंधराही (सैदा नाल्हा), जिला राजौरी के रूप में हुई है, को जम्मू कश्मीर पुलिस ने रियासी में गिरफ्तार किया है।
उन्होंने कहा कि व्यक्ति भोजन और आश्रय प्रदान करने के साथ-साथ कई बार आतंकियों को शरण देने में शामिल था। उन्होंने कहा कि उक्त व्यक्ति ने एक गाइड के रूप में भी काम किया और उन्हें घटनास्थल तक पहुंचने में मदद की। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार व्यक्ति एक प्रमुख ओजीडब्ल्यू है, जिसने हमले को अंजाम देने में आतंकवादियों की मदद की थी।
जानकारी के लिए आतंकियों ने रियासी जिले के रनसू इलाके से आ रही एक यात्री बस पर हमला किया। हमले के कारण बस का चालक नियंत्रण खो बैठा और बस पौनी के कांडा इलाके के पास एक गहरी खाई में गिर गई। दुर्घटना के कारण 10 लोगों की मौत हो गई और 41 अन्य घायल हो गए।
इस संबंध में एसएसपी मोहिता शर्मा ने कहा कि रियासी आतंकी हमले से जुड़े एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। व्यक्ति का नाम हाकम दीन है। उसकी उम्र 40 वर्ष है। यह व्यक्ति कई बार आतंकियों को शरण देने में शामिल रहा है।
शर्मा ने बताया कि पिछले 10 दिनों में रियासी पुलिस ने इस मामले से जुड़े करीब 150 लोगों को गिरफ्तार किया है, जब भी उन्हें तकनीकी साक्ष्य समेत कोई जानकारी मिली है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने हाकम दीन के कब्जे से 6,000 रुपए की नकदी बरामद की है, जो आतंकवादियों ने उन्हें मुहैया कराई थी। कोई हथियार या गोला-बारूद बरामद नहीं हुआ है।
एक सवाल के जवाब में शर्मा ने कहा कि मामले की अभी भी जांच चल रही है, लेकिन तीनों आतंकवादी तीन बार हाकम दीन के घर पर रुके थे। एसएसपी मोहिता ने कहा, इस इलाके में कभी भी कोई सड़क खोलने वाली पार्टी तैनात नहीं की गई है और यह तीर्थयात्रियों पर एक दुर्भाग्यपूर्ण हमला था। लेकिन हमले के बाद सुरक्षा बढ़ा दी गई है और लोगों को सलाह दी गई है कि वे तीर्थयात्रा पहले की तरह ही करें।