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Last Modified: पटना , मंगलवार, 18 नवंबर 2025 (12:49 IST)

तेजस्वी यादव बैठक में भावुक हुए, कहा- आप किसी और को भी चुन सकते हैं अपना नेता

Bihar Assembly Election Results
Tejashwi Yadav gets emotional: बिहार विधानसभा चुनाव में बुरी हार और पारिवारिक कलह से परेशान राष्ट्रीय जनता दल नेता तेजस्वी यादव पार्टी मीटिंग में भावुक हो गए और कहा कि वे नेतृत्व छोड़ने के लिए तैयार हैं। विधायक किसी और व्यक्ति को अपना नेता चुन सकते हैं। हालांकि राजद विधायक तेजस्वी को अपना नेता चुन चुके हैं। दूसरी ओर, राजद सुप्रीमो लालू यादव ने विधायक दल की बैठक में तेजस्वी को भविष्य का नेता बताया और कहा कि वह आगे भी पार्टी का नेतृत्व करते रहेंगे।
 
आप किसी और को भी नेता चुन सकते हैं : मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक विधायक दल की बैठक में तेजस्वी यादव भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि विधायक चाहें तो मैं नेतृत्व छोड़ने को तैयार हूं। वे किसी और को भी अपना नेता चुन सकते हैं। तेजस्वी ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि यदि विधायकों को लगता है कि उनके स्थान पर किसी और के आने से संगठन मजबूत हो सकता है तो वे ऐसा कर सकते हैं। बताया जा रहा है कि तेजस्वी पार्टी की हार को लेकर लग रहे आरोपों को लेकर काफी आहत हैं। टिकट वितरण के मामले में भी उन पर आरोप लगे हैं। 
 
बहन रोहिणी ने लगाए आरोप : उनकी बहन रोहिणी आचार्य ने उनके करीबी संजय यादव एवं रमीज नेमत खान पर भी आरोप लगाए हैं। हालांकि बैठक में विधायकों ने कहा कि आप ही हमारे नेता रहेंगे। इसके ‍बाद विधायकों ने सर्वसम्मति से तेजस्वी को अपना नेता चुन लिया। हालांकि बिहार के पूर्व मुख्‍यमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू यादव ने कहा कि तेजस्वी ही विधायक दल के नेता होंगे। बताया जा रहा है कि तेजस्वी की बड़ी बहन मीसा भारती भी उनसे नाराज बताई जा रही हैं। 
 
तेजस्वी ने पार्टी को आगे बढ़ाया है : बैठक के दौरान लालू यादव ने कहा कि तेजस्वी ने पार्टी को आगे बढ़ाया है। बताया जा रहा है कि तेजस्वी ने बैठक में कहा कि इस तरह के परिणाम की हमें बिलकुल भी उम्मीद नहीं थी। उन्होंने कहा कि समीक्षा बैठक में हमने एक-एक सीट का फीडबैक लिया है। उन्होंने कहा कि हमने अपने प्रत्याशियों और कार्यकर्ताओं से यह जांचने के लिए कहा कि क्या ईवीएम के वोट और उनके आकलन में अंतर है? इस मामले में यदि कोई सबूत सामने आता है तो हम कानूनी और राजनीतिक लड़ाई लड़ेंगे।  
 
उल्लेखनीय है कि बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल की बुरी हार हुई है। उसे सिर्फ 25 सीटें ही प्राप्त हुई हैं, जो कि 2020 के मुकाबले 50 कम हैं। यदि राजद को 2 सीटें और कम मिलतीं तो नेता प्रतिपक्ष का पद भी उससे छिन जाता। 
Edited by: Vrijendra Singh Jhala 
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