हावड़ा/ नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के हावड़ा शहर के काजीपाडा इलाके में रामनवमी के मौके पर शोभायात्रा निकाले जाने के दौरान हुई हिंसा के बाद पथराव की नई घटनाएं सामने आने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने स्थिति की समीक्षा की और इलाके में दंगारोधी पुलिस की तैनाती बढ़ाने के अलावा निषेधाज्ञा लागू की।
इससे पूर्व दिन में मुख्यमंत्री बनर्जी ने आरोप लगाया कि हावड़ा में हुई हिंसा में भारतीय जनता पार्टी और बजरंग दल जैसे अन्य दक्षिणपंथी संगठन हथियारों के साथ शामिल थे। इस बीच केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इस मुद्दे को लेकर राज्यपाल सीवी आनंद बोस से बात की और स्थिति का जायजा लिया।
राजभवन की ओर से जारी एक प्रेस बयान में कहा गया है कि राज्यपाल बोस ने राज्य सरकार से उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई के अलावा कानून-व्यवस्था को प्रभावी ढंग से बनाए रखने के लिए पुख्ता प्रबंध सुनिश्चित करने के लिए कहा।
राज्यपाल ने कहा, दोषियों के खिलाफ प्रभावी और ठोस कार्रवाई की जाएगी। सार्वजनिक संपत्तियों में आग लगाना, वह भी पवित्र रामनवमी के दिन, एक बहुत ही भड़काऊ कृत्य है और इसे गंभीरता से लिया जाएगा। बोस ने कहा कि राजभवन आम आदमी के जीवन, संपत्ति और सम्मान की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपनी आंख और कान खुले रखेगा।
बोस के साथ टेलीफोन पर हुई बातचीत के दौरान, केंद्रीय गृहमंत्री ने राज्य में विशेषकर हावड़ा के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी ली। सूत्रों ने नई दिल्ली में बताया कि माना जा रहा है कि राज्यपाल ने गुरुवार को हुई हिंसा और मौजूदा स्थिति के बारे में गृहमंत्री को जानकारी दी है।
पुलिस ने बताया कि शुक्रवार दोपहर अज्ञात लोगों ने पुलिसकर्मियों पर पथराव किया और लोगों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठियों का इस्तेमाल करना पड़ा और पथराव में कम से कम तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि काजीपाडा इलाके में दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 लागू की गई है।गुरुवार से अब तक हिंसा के सिलसिले में 45 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा, दोपहर तक हालात शांतिपूर्ण थे। इसके बाद पुलिसकर्मियों पर पथराव किया गया, जिससे इलाके में तनाव फैल गया। हमारे अधिकारियों ने तत्काल कार्रवाई की और कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया।
कोलकाता पुलिस के त्वरित कार्रवाई बल (आरएएफ) की एक टीम को शुक्रवार दोपहर इलाके में भेजा गया। जवानों ने पथराव की घटनाओं के बाद रूट मार्च निकाला। इससे पहले, आज दिन में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि हावड़ा में हुई हिंसा के लिए भारतीय जनता पार्टी और अन्य दक्षिणपंथी संगठन जिम्मेदार हैं। उन्होंने लोगों से इलाके में शांति बनाए रखने की अपील की।
बनर्जी ने बांग्ला समाचार चैनल एबीपी आनंदा से बातचीत में कहा, हावड़ा की घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। हावड़ा में हिंसा के पीछे न तो हिंदू थे और न ही मुस्लिम थे। बजरंग दल और अन्य ऐसे संगठनों के साथ भाजपा हथियारों के साथ हुई इस हिंसा में शामिल थी।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उन सभी लोगों की मदद करेगी, जिनकी संपत्तियों को झड़पों के दौरान नुकसान पहुंचा। पश्चिम बंगाल के हावड़ा शहर में गुरुवार की शाम रामनवमी की शोभायात्रा निकाले जाने के दौरान दो समूहों के बीच हिंसा हो गई थी। घटना तब हुई, जब शोभायात्रा काजीपाड़ा इलाके से गुजर रही थी। हिंसा के दौरान कई दुकानों और ऑटो-रिक्शा में तोड़फोड़ की गई, जबकि कुछ पुलिस वाहनों सहित कई कार में आग लगा दी गई थी। मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी कि हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पश्चिम बंगाल में हिंसा को लेकर अनुराग ठाकुर ने साधा ममता बनर्जी पर निशाना : केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने रामनवमी पर शोभायात्रा के दौरान पश्चिम बंगाल में हिंसा की घटना को लेकर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि जब रामभक्तों पर पथराव हो रहा था तब वहां की सरकार मूकदर्शक बनी हुई थी।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री ठाकुर ने हिंसा और राज्य सरकार की प्रतिक्रिया को शर्मनाक करार दिया और इन घटनाओं में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। पश्चिम बंगाल के हावड़ा शहर में गुरुवार की शाम रामनवमी की शोभायात्रा निकाले जाने के दौरान दो समूहों के बीच हिंसा हुई थी।
घटना तब हुई, जब शोभायात्रा काजीपाड़ा इलाके से गुजर रही थी। हिंसा के दौरान कई दुकानों और ऑटो-रिक्शा में तोड़फोड़ की गई, जबकि कुछ पुलिस वाहनों सहित कई वाहनों में आग लगा दी गई। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को दावा किया कि हिंसा के लिए अन्य दक्षिणपंथी संगठनों के साथ भाजपा जिम्मेदार है।
ममता पर पलटवार करते हुए ठाकुर ने कहा पथराव करना, आगजनी, बम फेंकना, ये सब बंगाल में आम हो गया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से पत्रकारों पर हमला किया गया और रामनवमी शोभायात्रा में शामिल लोगों पर पथराव किया गया उससे अधिक शर्मनाक कुछ नहीं हो सकता।
हिंसा के दौरान कुछ पत्रकारों पर हमले और उनके घायल होने का दावा करते हुए केंद्रीय मंत्री ने उन लोगों की चुप्पी पर सवाल उठाया जो अक्सर प्रेस की स्वतंत्रता की वकालत करते हैं। मंत्री ने कहा, पत्रकारों पर हमला बर्दाश्त नहीं किया जा सकता, लेकिन वो लोग क्यों चुप्पी साधे हुए हैं, जो प्रेस की स्वतंत्रता की बात करते हैं।
भाजपा के वरिष्ठ नेता ठाकुर ने कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है। पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की सरकार है। उन्होंने कहा, जब रामभक्तों पर पत्थर फेंके गए और वो घायल हुए तब राज्य सरकार का चुप्पी साधना उचित नहीं है। फोटो सौजन्य : टि्वटर
Edited By : Chetan Gour (एजेंसियां)