नई दिल्ली। वरिष्ठ कांग्रेस नेता शशि थरूर कांग्रेस के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने जा रहे हैं। सोमवार को सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद शशि थरूर को चुनाव लड़ने के लिए हरी झंडी मिल गई है। खबरें यह भी हैं कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ सकते है। बताया जा रहा है कि इसके लिए 26 से 28 सितंबर के बीच अपना नामांकन दाखिल कर सकते हैं। हालांकि गहलोत के करीबियों का कहना है कि वे कांग्रेस अध्यक्ष के लिए दौड़ने के बारे में सोचने के बजाय राहुल गांधी को ऐसा करने के लिए मनाने की कोशिश कर रहे हैं। गहलोत सोनिया और राहुल गांधी के वफादार सिपाही हैं।
रिपोर्ट के अनुसार सोनिया गांधी ने शशि थरूर को कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने के लिए अपनी मंजूरी दे दी है। सूत्रों की मानें तो सोनिया गांधी ने शशि थरूर चाहें तो चुनाव लड़ सकते हैं और जो भी चुनाव लड़ना चाहता है वह लड़ सकता है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने सोमवार को पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर उन्हें अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने की अपनी इच्छा से अवगत कराया जिस पर सोनिया ने कहा कि इस चुनाव में कई उम्मीदवारों का खड़ा होना पार्टी के लिए बेहतर है तथा इसमें उनकी भूमिका तटस्थ रहेगी। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
सूत्रों ने यह भी बताया कि इस मुलाकात के दौरान सोनिया गांधी ने इस धारणा को भी खारिज किया कि इस चुनाव में पार्टी की ओर से कोई 'आधिकारिक उम्मीदवार' होगा। उधर थरूर की सोनिया से मुलाकात की पृष्ठभूमि में कांग्रेस ने कहा कि कोई भी चुनाव लड़ने के लिए स्वतंत्र है और यही पार्टी नेतृत्व का सतत रुख रहा है तथा चुनाव लड़ने के लिए किसी की अनुमति की जरूरत नहीं है।
लोकसभा सदस्य थरूर ने सोनिया गांधी से मुलाकात ऐसे समय की है, जब हाल ही में उन्होंने ऐसे संकेत दिए कि वे अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ सकते हैं। सूत्रों ने बताया कि लोकसभा सदस्य थरूर सोनिया गांधी के आवास 10, जनपथ जाकर उनसे मिले और उन्हें बताया कि वे कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं।
सूत्रों ने यह जानकारी भी दी कि थरूर द्वारा अपनी भावना प्रकट किए जाने पर सोनिया गांधी ने कहा कि कई उम्मीदवारों का चुनाव लड़ना पार्टी के लिए बेहतर है तथा उनकी भूमिका इस चुनाव में तटस्थ रहेगी। माना जा रहा है कि सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद थरूर जल्द ही चुनाव लड़ने की अपनी इच्छा के बारे में घोषणा कर सकते हैं।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि जो भी चुनाव लड़ना चाहता है, वह इसके लिए स्वतंत्र है और उसका स्वागत है। यही कांग्रेस अध्यक्ष और राहुल गांधी का सतत रुख रहा है। यह एक खुली, लोकतांत्रिक और पारदर्शी प्रक्रिया है। किसी को चुनाव लड़ने के लिए किसी की अनुमति की जरूरत नहीं है।
उधर थरूर ने सोमवार को उस ऑनलाइन याचिका की पैरवी की जिसमें 'पार्टी के युवा सदस्यों ने सुधारों की मांग' की और कहा है कि अध्यक्ष पद के हर उम्मीदवार को यह संकल्प लेना चाहिए कि निर्वाचित होने पर वह 'उदयपुर नवसंकल्प' को पूरी तरह लागू करेगा।
थरूर ने ट्विटर पर यह याचिका साझा की और कहा कि अब तक इस पर 650 से अधिक लोगों ने हस्ताक्षर किए हैं। उन्होंने कहा कि मैं उस याचिका का स्वागत करता हूं जिसे कांग्रेस के युवा सदस्यों का एक समूह प्रसारित कर रहा है। इसमें पार्टी के भीतर रचनात्मक सुधारों की मांग की गई है। इस पर 650 से अधिक लोगों ने अब तक हस्ताक्षर किए हैं। मैं इसकी पैरवी करके खुश हूं।
इस ऑनलाइन याचिका में कहा गया है कि कांग्रेस के सदस्य के तौर पर हमारी यह इच्छा है कि पार्टी को इस तरह मजबूत किया जाए कि उसमें हमारे राष्ट्र की आशाओं और आकांक्षाओं की झलक मिले। इसमें यह भी कहा गया है कि हम कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ने वाले हर उम्मीदवार से अपील करते हैं कि वह यह संकल्प ले कि ब्लॉक कमेटी से लेकर कांग्रेस कार्य समिति तक, पार्टी के सभी सदस्यों को वह साथ लेकर चलेगा और पदभार ग्रहण करने के 100 दिनों के भीतर उदयपुर नवसंकल्प को पूरी तरह लागू करेगा।
कांग्रेस ने उदयपुर में गत मई महीने में हुए चिंतन शिविर के बाद 'उदयपुर नवसंकल्प' जारी किया था जिसमें पार्टी के संगठन में कई सुधार सुझाए गए थे। इनमें 'एक व्यक्ति, एक पद' और 'एक परिवार, एक टिकट' की व्यवस्था की बातें प्रमुख हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए अधिसूचना 22 सितंबर को जारी की जाएगी और नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 24 से 30 सितंबर तक चलेगी। नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 8 अक्टूबर है। 1 से अधिक उम्मीदवार होने पर 17 अक्टूबर को मतदान होगा और नतीजे 19 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।