5 साल में 45 करोड़ ने छोड़ी नौकरी की उम्मीद, राहुल बोले- हर-घर बेरोजगारी, घर-घर बेरोजगारी
नई दिल्ली। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट का हवाला देते हुए मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि 5 साल में 45 करोड़ लोगों ने नौकरी की उम्मीद छोड़ दी है।
राहुल ने ट्वीट कर कहा, 'न्यू इंडिया का न्यू नाराः हर-घर बेरोज़गारी, घर-घर बेरोज़गारी 75 सालों में मोदी जी देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं जिनके Masterstrokes से 45 करोड़ से ज़्यादा लोग नौकरी पाने की उम्मीद ही छोड़ चुके हैं।
राहुल ने ट्वीट के साथ ही खबर का स्क्रीन शॉट भी शेयर किया है। इसमें दावा किया गया है कि 2017 में कामगारों की संख्या 46 प्रतिशत थी जो अब घटकर 40 प्रतिशत रह गई है। रिपोर्ट में महिलाओं की स्थिति को सबसे खराब बताया गया है। सिर्फ 9 प्रतिशत के पास काम है या वे काम की तलाश कर रही है।
सौरभ राय ने इसका जवाब देते हुए कहा कि जबसे भाजपा की सरकार सत्ता के केंद्र में बैठी है, युवाओं की बेरोजगारी और जनता का दिवालियापन एक आम बात हो गई है! इसीलिए तो भाजपा सांप्रदायिकता को बढ़ावा देना चाहती है, जिससे युवा नौकरी की बात ही ना कर सके। 50 साल में सबसे बड़ी बेरोजगारी।
वहीं अजय शंकर पांडे ने ट्वीट कर कहा, जान कर बड़ा दुःख हुआ, हर घर में लोग बेरोजगार है। राहुल जी आप अपने ही घर मे देख लीजिए भाई बहन जीजा तीनो लोग बेरोजगार है।