खाद्य तेल उपभोक्ताओं को महंगाई से मिलेगी राहत, दामों में हुई 30 रुपए प्रति लीटर तक की कटौती
नई दिल्ली। महंगाई से जूझ रहे आम नागरिकों को खाद्य तेल के दामों में कमी से राहत मिल सकती है। फॉर्च्यून ब्रांड के तहत उत्पादों की बिक्री करने वाली खाद्य तेल कंपनी अडाणी विल्मर ने तेल की वैश्विक स्तर पर कीमतों में गिरावट के बीच खाद्य तेल की कीमतों में 30 रुपए प्रति लीटर तक की कटौती करने की सोमवार को घोषणा की। सबसे ज्यादा कटौती सोयाबीन तेल के दामों में की गई है। नई कीमतों वाली खेप बाजार में जल्द पहुंच जाएगी। इससे पहले धारा ब्रांड के तहत खाद्य तेल की बिक्री करने वाली मदर डेयरी ने सोयाबीन और राइसब्रान ऑइस के दामों 14 रुपए प्रति लीटर की कटौती की थी।
खाद्य मंत्रालय ने खाद्य तेल की कीमतों पर चर्चा करने के लिए 6 जुलाई को बैठक बुलाई थी जिसमें सभी खाद्य तेल कंपनियों से वैश्विक स्तर पर कीमतों में गिरावट का लाभ उपभोक्ताओं तक पहुंचाने का निर्देश दिया गया था। कंपनी ने एक बयान में कहा कि दामों में वैश्विक स्तर पर कटौती होने और खाद्य तेल के दामों में कमी का लाभ उपभोक्ताओं तक पहुंचाने के सरकार के प्रयासों के मद्देनजर अडाणी विल्मर ने खाद्य तेल की कीमतों में और कटौती की है। पिछले महीने भी दाम कम किए गए थे।
फॉर्च्यून सोयाबीन तेल के दाम 195 रुपए प्रति लीटर से घटाकर 165 रुपए प्रति लीटर किए गए हैं। सूरजमुखी तेल के दाम 210 रुपए प्रति लीटर से घटाकर 199 रुपए प्रति लीटर किए गए हैं। सरसों के तेल का अधिकतम खुदरा मूल्य 195 रुपए प्रति लीटर से घटाकर 190 रुपए प्रति लीटर किया गया है। फॉर्च्यून राइसब्रान तेल की कीमत 225 रुपए प्रति लीटर से घटाकर 210 रुपए प्रति लीटर की गई है।
अडाणी विल्मर के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी आंग्शू मलिक ने कहा कि हमने वैश्विक स्तर पर कीमतों में कमी का लाभ उपभोक्ताओं तक पहुंचाया है और नई कीमतों वाली खेप बाजार में जल्द ही पहुंच जाएगी।(भाषा)