संसद सत्र से पहले पीएम मोदी का संबोधन, संसद संवाद का माध्यम, यह तीर्थ की तरह है, सहयोग कीजिए
आज से संसद का मानसून सत्र शुरू होने जा रहा है। यह सत्र 12 अगस्त तक चलेगा। मानसून सत्र में 18 बैठकें होंगी, जिसमें 24 बिल पेश किए जाएंगे। सत्र से पहले सोमवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने मीडिया के सामने कहा कि संसद तीर्थ की तरह है, यह संवाद का माध्यम है। उन्होंने कि आने वाले 25 साल बेहद महत्वपूर्ण है। इसलिए सांसदों से सहयोग की उम्मीद है।
बता दें कि विपक्ष कई मुद्दों पर सरकार घेरने की कोशिश करेगी। बता दें कि सत्र की शुरुआत से पहले रविवार 17 जुलाई को सरकार की ओर से सर्वदलीय बैठक हुई थी, जिसमें विपक्षी दलों ने क़रीब 25 मुद्दों पर सरकार से चर्चा की मांग की।
इस बैठक में 36 दलों के नेता शामिल हुए जिनमें बीजेपी, कांग्रेस, टीएमसी, एनसीपी, डीएमके, सपा, बसपा, आरजेडी और अन्य दलों के नेताओं ने भाग लिया। बैठक के बाद कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि विपक्ष की ओर से 25 मुद्दों पर बहस की मांग हुई है, जिसमें से 13 मुद्दे उनकी पार्टी की तरफ़ से उठाए गए हैं।
विपक्ष ने जिन मुद्दों पर बहस की मांग की है, उनमें सबसे प्रमुख रूप से महंगाई, अग्निपथ योजना, बेरीज़गारी, केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग और रुपये की गिरती क़ीमत के मद्देनज़र अर्थव्यवस्था की स्थिति जैसे मुद्दे शामिल हैं।