बढ़ते तेल के दामों से मचा हाहाकार, सरकार कर रही है राहत के नए फार्मूले पर विचार
नई दिल्ली। देश में डीजल और पेट्रोल की कीमतें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। दोनों ईंधन की कीमतें शुक्रवार को लगातार 12वें दिन भी बढ़ती हुई नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गईं।
देश की वाणिज्य नगरी मुंबई में उपभोक्ता को एक लीटर पेट्रोल के लिए 85.65 रुपए चुकाने पड़ रहे हैं। मुंबई में लोगों को दोनों ईंधन के लिए सबसे अधिक जेब ढीली करनी पड़ रही है। मुंबई में पेट्रोल की कीमत आज 36 पैसे और बढ़कर 85.65 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गई। जबकि डीजल 24 पैसे और महंगा हो गया है। एक लीटर डीजल 73.20 रुपए में मिल रहा है।
दिल्ली में डीजल और पेट्रोल की कीमत क्रमश 36 और 22 पैसे बढ़कर 77.83 रुपए तथा 68.75 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गई। कोलकाता में 80.47 और 71.30 रुपए तथा चेन्नई में 80.80 रुपए और 72.58 रुपए प्रति लीटर हो गई हैं।
सरकार ने निकाला राहत का नया फार्मूला : केंद्र सरकार चाहती है कि पेट्रोल, डीजल को जीएसटी के दायरे में लाया जाए। पेट्रोलियम मंत्री धमेंद्र प्रधान ने राज्यों से कर की दरें घटाने की भी अपील की है। केंद्र जिन विकल्पों पर विचार कर रहा है उनमें तेल उत्पादक कंपनियों पर विंडफॉल टैक्स का भी विचार है। इसके तहत कच्चा तेल 70 डॉलर के ऊपर जाने पर पेट्रोल कंपनियों पर यह टैक्स लग जाएगा।
एक लीटर पेट्रोल पर 40 रुपए टैक्स : केंद्र और राज्य सरकारें एक लीटर पेट्रोल पर 40 रुपए तक टैक्स वसूल रही है। इसमें 19.48 रुपए एक्साइज ड्यूटी केंद्र वसूल रहा है तो 16.41 रुपए वैट राज्य सरकारें ले रही है। मध्यप्रदेश जैसे राज्य तो 36.41 रुपए तक वैट वसूल रहे हैं।