ओडिशा रेल हादसे पर तेज हुई सियासत, कांग्रेस ने पूछे सवाल, मांगा रेल मंत्री का इस्तीफा
Odisha Train Accident : ओडिशा के बालासोर में हुए भीषण रेल हादसे के 2 दिन बाद बुलडोजर और क्रेन की मदद से अधिकतर रेल पटरियों से रेलगाड़ियों के क्षतिग्रस्त डिब्बों को हटा दिया गया। इस हादसे में 288 लोगों की मौत हो गई जबकि 1100 से ज्यादा घायल हो गए। इस मामले में सियासत भी गरमाई हुई है। कांग्रेस ने हादसे को लेकर रेल मंत्री का इस्तीफा मांगते हुए सरकार से कुछ सवाल पूछे हैं।
कांग्रेस नेता शक्तिसिंह गोहिल और पवन खेड़ा ने कहा कि रेलवे में इस समय 3 लाख से ज्यादा पद खाली हैं। उन्होंने सवाल किया कि क्या यह सही नहीं है कि केवल 2 प्रतिशत ट्रेनों में कवच लगा है? पार्टी ने सवाल किया कि इंटरलॉकिंग सिस्टम को लेकर क्या कदम उठाए गए?
पार्टी ने कहा कि रेल मंत्री नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देना चाहिए। क्या पीएम मोदी इस मामले में रेल मंत्री से इस्तीफे के लिए कहेंगे। इस सरकार में न जिम्मेदारी दिखती है, न नैतिकता।
पवन खेड़ा ने कहा कि CAG की रिपोर्ट बताती है कि 2017 से 2021 के बीच ट्रेन के पटरी से उतरने की 1,127 घटनाएं हुई हैं। मोदी सरकार में ट्रैक की मरम्मत/नवीनीकरण का बजट हर साल कम होता जा रहा है। यही नहीं... जो बजट है उसका इस्तेमाल नहीं हो रहा है। हम हाई-स्पीड ट्रेन के खिलाफ नहीं हैं लेकिन 10-15 चमकती ट्रेन दिखाकर आप पूरा ढांचा खोखला कर देंगे, ये मंजूर नहीं है।
इससे पहले रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा कि इस हादसे का कवच से कोई लेना-देना नहीं है। कारण वह नहीं है जो ममता बनर्जी ने कल कहा था। यह दुर्घटना इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव के कारण हुई। उन्होंने कहा कि हादसे के जिम्मेदार लोगों की पहचान कर ली गई है।