फैसले के दौरान क्यों लड़ पड़ीं निर्भया और दोषी मुकेश की मां, फिर क्या कहा जज ने?
दिल्ली में हुए निर्भया गैंगरेप प्रकरण ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था, इस मामले में मंगलवार को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने चारों दोषियों को फांसी की सजा सुनाई है। लेकिन इस फैसले के बीच एक बेहद ही भावुक कर देने वाला मामला भी सामने आया है।
दरअसल, कोर्ट में दोषी मुकेश और पीड़ित निर्भया की मां के बीच बेहद ही भावुक कर देने वाली बातचीत हुई है!
निर्भया की मां ने कोर्ट में दोषियों को जल्द फांसी देने की मांग की थी, इस पर मुकेश की मां ने रोते हुए गुहार लगाई कि मैं भी एक मां हूं, मेरी चिंताओं का भी ख्याल रखा जाना चाहिए, जब साहब, दया कीजिए, मेरे लाल का क्या होगा।
जब मुकेश की मां ने यह सब कहते हुए अपने बेटे के लिए दया की गुहार लगाई तो जवाब में निर्भया की मां लगभग रोते हुए कहने लगी कि मैं भी तो उस बेटी की मां हूं जो अब इस दुनिया में नहीं है।
दोषी और पीड़ित की यह बातचीत लगभग बहस में बदल गई। जब मामला काफी आगे बढ़ने लगा तो बीच में जज को आना पड़ा। जज पीड़ित और दोषी की मां को बीच में रोकते हुए कहा कि आप दोनों शांत हो जाइए।
इसके पहले दोनों पक्षों के वकील भी भिड़ गए : दोनों की मां के पहले कोर्ट में सुनवाई के दौरान दोनों पक्षों के वकीलों के बीच भी तीखी बहस हुई। वकील एक दूसरे पर मामले को लटकाने का आरोप लगा रहे थे।
इस दौरान जज को एक बार फिर से बीच बचाव करना पड़ा। जज ने कहा कि कोर्ट की व्यवस्था का ख्याल रखें, इस तरह माहौल का ना बिगाड़ें। क्या अब इस देरी को लेकर भी जांच की जाए?
आपको बता दें कि निर्भया मामले में सजा सुना दी गई है, चारों आरोपियों को 22 जनवरी की सुबह 7 बजे फांसी दी जाएगी।