जंगल में झरना देखने गए 160 पर्यटक फंसे, NDRF ने सुरक्षित निकाला
Telangana rain : तेलंगाना के मुलुगु जिले में एक झरने के पानी की तेज धारा को पार नहीं कर पाने से जंगल में फंसे 160 पर्यटकों को गुरुवार की सुबह राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) के कर्मियों और अन्य ने सुरक्षित निकाल लिया।
पर्यटक बुधवार को मुलुगु जिले में मुत्यमधारा झरना देखने गए थे और वहां फंस गए क्योंकि कुछ दिन पहले बारिश होने के कारण पानी बहुत तेज गति से बह रहा था। पर्यटक पानी की तेज धारा को पार नहीं कर पा रहे थे।
इस बारे में सूचना मिलने के बाद राज्य के पंचायत राज मंत्री एर्राबेल्ली दयाकर राव, महिला एवं बाल कल्याण मंत्री सत्यवती राठौड़ और पर्यटन मंत्री वी श्रीनिवास गौड़ ने अधिकारियों से उन्हें सुरक्षित निकालने के संबंध में बातचीत की।
एनडीआरएफ दल, पुलिस दल और वन विभाग के कर्मचारियों समेत अन्य लोग बुधवार देर रात पर्यटकों तक पहुंच गए।
पर्यटन मंत्री के कार्यालय ने एक विज्ञप्ति में कहा कि गुरुवार को सुबह लगभग चार बजे लगभग 160 पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया और वेंकटपुरम गांव लाया गया। इसके बाद पर्यटकों को उनके गंतव्य के लिए रवाना कर दिया गया।
पर्यटकों को सुरक्षित बचाने वाले कर्मियों और प्रशासन की सराहना करते हुए पर्यटन मंत्री ने कहा कि अधिकारियों की अनुमति के बिना वन क्षेत्रों में इस मौसम में झरनों के पास घूमना लोगों के लिए सुरक्षित नहीं है। तेलंगाना में भारी बारिश जारी है, जिससे निचले इलाकों में पानी भर गया है।
भद्राचलम में गोदावरी नदी में जल स्तर 50.50 फुट पहुंचने के बाद बाढ़ की दूसरी चेतावनी जारी कर दी गई है। गोदावरी नदी के लिए यहां तीसरा और अंतिम बाढ़ चेतावनी स्तर 53 फुट है।
जिला कलेक्टर प्रियंका आला ने लोगों से स्थिति सामान्य होने तक यात्रा योजना स्थगित करने और घर पर ही रहने का आग्रह किया है। (भाषा)