UP के बलिया में हीट वेव से 70 से ज्यादा मौतें! डीएम कर रहे हैं निगरानी, जांच टीम देगी रिपोर्ट
More than 70 deaths due to heat wave in Ballia: उत्तर प्रदेश में सूरज की तपन और गर्म हवाएं जनजीवन पर चाबुक चला रही हैं। हीट वेव के चलते बड़ी संख्या में लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं या उनको अपनी जान से हाथ धोना पड़ रहा है। अस्पतालों में मरीजों की बढ़ती संख्या को देखकर शासन भी गंभीर नजर आ रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अस्पतालों को निर्देश दिए हैं कि हीट स्ट्रोक से प्रभावित लोगों के उपचार के लिए पुख्ता प्रबंधन करते हुए पीड़ित को तत्काल प्रभाव से उपचार दिया जाए। वहीं जनता को लू के लक्षण और उससे बचाव के जागरूक किया जाए। अकेले बलिया जिले में 70 से ज्यादा लोगों के मरने की खबर है।
24 घंटे में 14 लोगों की मौत : यूपी के पूर्वांचल क्षेत्र के बलिया जिले में लू की चपेट में 178 मरीजों के 24 घंटे में भर्ती होने और 14 से अधिक लोगों की मौत की खबर से उत्तर प्रदेश में हड़कंप मच गया। शासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए स्थानीय प्रशासन को मरीजों हर संभव मदद के आदेश दिए हैं। बलिया डीएम ने खुद स्थिति का जायजा लेने के लिए जिला अस्पताल का मौका-मुआयना किया। सीएमओ ने भी डॉक्टरों की टीम के साथ अस्पताल का जायजा लिया और मरीजों से उनकी केस हिस्ट्री जानी। वहीं स्टाफ को हर समय मुस्तैद रहते हुए मरीजों के उपचार का आदेश दिए हैं।
बड़ी संख्या में लोग अस्पताल में भर्ती : सीएमओ जयंत कुमार ने हीट वेव के चलते बड़ी संख्या में मरीजों का अस्पताल में भर्ती होना और मौत के आंकड़े पर बात करते हुए कहा है कि कुछ दिनों में गर्मी बढ़ी है, जिसके चलते मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है, लेकिन यह कहना गलत है कि मरीजों की मौत लू की वजह से हो रही है। एक दिन पहले इनडोर 178 मरीज जिला अस्पताल में आए, जिनका उपचार चल रहा है। अस्पताल में 24 घंटों के अंदर जो 14 मौतें हुई हैं, वह विभिन्न बीमारियों से ग्रसित मरीज थे।
जिन क्षेत्रों से ज्यादा संख्या में मरीज आए हैं वहां हमारी टीम भी मुआयने के लिए गई है। अस्पताल में भर्ती मरीजों और उनके तीमारदारों को पैनिक होने की जरूरत नही है, सभी मरीजों की अच्छे से देखभाल हो रही है, स्थिति कंट्रोल में है। अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ मुस्तैद है, किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं है। वर्तमान में बुजुर्ग पेशेंट अस्पताल में आ रहे हैं, जिसके चलते मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है। अस्पताल में अचानक ने मौत का आंकड़ा क्यों बढ़ा है? इसकी जांच के लिए 2 डायरेक्टर आए हैं और वह मौत के कारणों की जांच करके अपनी रिपोर्ट देंगे। मरीजों के मल-मूत्र और खून की जांच कराई जा रही है, पानी के सैंपल भी लिए जा रहे हैं।
गौरतलब है कि जिला अस्पताल में विगत दिनों में भर्ती मरीजों के मौतों के आंकड़ो की बात करें तो, 15 जून को 23, 16 जून को 21, 17 जून को 11 और 18 जून को 14 मरीजों की मौत हो गई है। अब तक कुल 69 मरीजों की मौत हुई है। बलिया डीएम रवीन्द्र कुमार ने अस्पताल का निरीक्षण करते हुए स्पष्ट किया कि जिला अस्पताल में किसी भी चीज की कमी नही है, डॉक्टर, नर्स और दवाएं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।
100 बेड खाली : जिला अस्पताल मैं 276 बेड है, इस समय 100 बेड खाली हैं। 178 मरीज अस्पताल में होने के बाद भी पर्याप्त संख्या में बेड अस्पताल के पास मौजूद हैं। डीएम ने मरीज और उनके तीमारदारों से बातचीत करके अस्पताल की हकीकत भी जानी। उन्होंने कहा कि अलग-अलग बीमारी से ग्रसित मरीज जिला अस्पताल में भर्ती हैं। बलिया जिले के अधिकांश मरीज यहां पर रेफर होकर आते हैं, जिसके चलते मरीजों की संख्या अस्पताल में बढ़ी रहती है।
अस्पताल में लगेंगे एसी : बलिया में भीषण गर्मी को देखते हुए डीएम ने कहा कि CRS से कुछ कूलर मिले हैं, जिन्हें वार्ड और इमरजेंसी में लगाया गया है। जल्दी ही अस्पताल में AC भी लगा दिए जाएंगे। वहीं, डीएम रवीन्द्र कुमार ने बलिया की जनता से अपील की है कि इस समय 42-43 डिग्री टेंपरेचर चल रहा है, जिससे बचने की आवश्यकता है। चिकित्सकों की सलाह मानें, ज्यादा पानी पीएं, आवश्यकता होने पर ही धूप में बाहर निकलें।
पूर्वांचल में लू का ऑरेंज अलर्ट : पूर्वांचल में मंगलवार को ऑरेंज लू का अलर्ट जारी किया गया है। प्रयागराज, सोनभद्र, मीरजापुर, चंदौली, वाराणसी, संत रविदास नगर, गाजीपुर, जौनपुर, मऊ, बलिया, आजमगढ़, देवरिया और गोरखपुर के समीप गर्म हवाओं का सामना लोगों को करना पड़ेगा। इसके चलते जिलों के सीएमओ ने लोगों से अपील की है कि आवश्यक कार्य होने पर घरों से बाहर निकलें। घर से बाहर दोपहर 12 से 4 बजे तक निकलने पर खास एहतियात बरतें।