Cyclone Biparjoy: भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार चक्रवात 'बिपरजॉय' गुरुवार शाम को 'बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान' के रूप में जखाऊ बंदरगाह के पास पहुंचेगा और इस दौरान 150 किलोमीटर प्रति घंटे तक की 'बिपरजॉय' को लेकर राज्य प्रशासन ने तट के पास रहने वाले 74,000 से अधिक लोगों को एहतियात के तौर पर स्थानांतरित कर दिया है और बचाव एवं राहत उपायों के लिए आपदा प्रबंधन इकाइयों को तैनात किया है।रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। तूफान की वजह से गुजरात के तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश हो रही है।
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल बुधवार रात गांधीनगर में राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (एसईओसी) पहुंचे और शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक कर समग्र स्थिति व प्रशासन द्वारा अब तक उठाए गए कदमों की समीक्षा की।
'बिपरजॉय' के उत्तर-पूर्व दिशा की ओर अपनी गति जारी रखते हुए और 15 जून की शाम तक एक अति प्रचंड चक्रवाती तूफान के रूप में 145 किमी प्रति घंटे के वायु झोकों एवं 120-130 किमी प्रति घंटे की निरंतर तेज हवा के साथ सौराष्ट्र-कच्छ, माण्डवी (गुजरात), जखाऊ बंदरगाह और पाकिस्तान के सिंध के पास केटी बंदरगाह एवं कराची (पाकिस्तान) के पास पार करने की संभावना है। गुजरात सरकार की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि 8 तटीय जिलों में कुल 74,345 लोगों को अस्थायी आश्रयों में ले जाया गया है।
अरब सागर के चक्रवात ने रोकी मानसून की प्रगति: भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने इस वर्ष के लिए सामान्य वर्षा का अनुमान जारी किया है। स्काइमेट के प्रवक्ता महेश पलावत के अनुसार इस दौरान जहां-तहां अगर वर्षा होगी भी तो वह स्थानीय हवा के अनुकूल होने के चलते होगी, मानसून के चलते नहीं।
अरब सागर के चक्रवात ने पहले तो मानसून को तय समय पर केरल में ही प्रवेश से रोक दिया और अब आगे बढ़ने से भी रोक रखा है। यह वही समय है, जब मैदानी क्षेत्रों में खरीफ फसलों की बुवाई एवं रोपाई जारी रहती है। ऐसे में पर्याप्त वर्षा के अभाव में कृषि पर प्रारंभिक संकट से इनकार नहीं किया जा सकता है।
चिंता की बात है कि मानसून 3 सप्ताह तक बेहद कमजोर रह सकता है। बंगाल की खाड़ी तक तेजी से पहुंचने के बाद भी यह अभी तक जहां है, वहीं थम सा गया है। मौसम पर नजर रखने वाली निजी एजेंसी स्काइमेट का अनुमान है कि छह जुलाई तक मानसून की प्रगति संतोषजनक नहीं होगी।
आज के मौसम की संभावित गतिविधि: स्काईमेट के आज गुरुवार को सौराष्ट्र और कच्छ, असम, सिक्किम और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के तटीय क्षेत्रों में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। गुजरात तट से दूर पूर्वोत्तर अरब सागर के ऊपर बहुत तेज हवाएं चल सकती हैं। तटीय कर्नाटक और केरल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश संभव है।
कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश के कुछ हिस्सों, आंतरिक तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और उत्तर-पूर्वी बिहार में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। गुजरात क्षेत्र, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पूर्वी मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़ और लक्षद्वीप में हल्की बारिश संभव है।
Edited by: Ravindra Gupta