मोदी के मंत्री ने की खुले में लघुशंका, वाइरल हुई फोटो...
नई दिल्ली। एक और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वच्छता अभियान को जन जन तक पहुंचाने का हरसंभव प्रयास कर रहे हैं तो उनके ही मंत्री इस सीख को भूल जाते हैं। सोशल मीडिया पर वाइरल हु्ई एक मंत्री की यह दो तस्वीर तो यही कहानी बयां करती है।
केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह की एक ऐसी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है जिसमें वह खुले में पेशाब करते दिखाई दे रहे हैं। पास ही में उनके सुरक्षाकर्मी भी दिखाई दे रहे हैं। हालांकि इस तस्वीर मंत्री का चेहरा नहीं दिखाई दे रहा है। एक अन्य तस्वीर में राधामोहनसिंह दिखाई दे रहे हैं और साथ ही वही सुरक्षाकर्मी भी है जो पहले वाली तस्वीर में थे। यह तस्वीर कहां की है यह अभी साफ नहीं हो पाया है, लेकिन इस तस्वीर को ट्विटर पर खूब ट्वीट किया जा रहा है।
उड़ा मजाक : राधामोहन सिंह के खुले में पेशाब किए जाने को मीडिया में दिखाए जाने पर मोतिहारी में रह रहे उनके दामाद सुजीत कुमार सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि क्या हर जगह पेशाबखाना उललब्ध है? यह तो प्राकृतिक और शारीरिक जरूरत है और इसको उजागर कर विवाद पैदा करने की कोशिश क्यों की जा रही है।
पूर्वी चंपारण जिला भाजपा नेता लाल बाबू प्रसाद ने भी इसे मीडिया द्वारा दिखाए जाने पर आपत्तिजताते हुए कहा कि क्या ऐसी बातें मीडिया के लिए विषय है। इस बाबत भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय को फोन किए जाने पर उन्होंने यह कहते हुए वे पार्टी की एक बैठक में व्यस्त हैं, टिप्पणी करने से इंकार कर दिया।
वहीं विपक्ष दल राजद के प्रमुख लालू प्रसाद ने इस पर ट्वीट करते हुए कटाक्ष किया 'कृषि मंत्री सुखाड़ प्रभावित क्षेत्र में सिंचाई योजना की शुरूआत करते हुए...उन्होंने स्वच्छ भारत अभियान को गति दी।' लालू के पुत्र और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने उन तस्वीरों को पोस्ट करते हुए दूसरी तस्वीर में पेशाब करने के बाद उन्हें एक लाल बत्ती लगे वाहन के समीप खड़े दिखाए जाने पर कटाक्ष किया कि तस्वीर में लाल बत्ती ढूंढें।
जदयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने कृषि मंत्री की उन तस्वीरों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मंत्री लालकिले से शुरू किए गए प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान के खोखलेपन को उजागर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक जनप्रतिनिधि जो कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के द्वारा ऐसा किया जाना प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान के साथ गांधी के स्वच्छता पर जोर दिए जाने को अंगूठा दिखाया जाना है। गांधी ने चंपारण सत्याग्रह के दौरान स्वच्छता पर जोर दिया था और राधामोहन के आंदोलन स्थल से ही आते हैं। (भाषा/ वेबदुनिया)