कोरोना काल के बाद फिर दिखा चौदह कोसी परिक्रमा में श्रद्धालुओं का सैलाब
अयोध्या। कोरोना काल के बाद फिर दिखा रामनगरी अयोध्या की चौदह कोसी परिक्रमा में श्रद्धालुओं का जन सैलाब, जिसकी मुकम्मल तैयारी जिला प्रशासन ने कर रखी है। अधिकारियों की मानें तो राम जन्मभूमि से लेकर पूरे परिक्रमा क्षेत्र में विशेष व्यवस्था बनाई गई है। इस बार 40 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने परिक्रमा की है।
चौदह कोसी परिक्रमा की अपनी अलग धार्मिक मान्यता है। धार्मिक मान्यताओं के आधार पर 14 लोक होते हैं, जिसमें सबसे अहम होता है मानव लोक 14 कोस की परिक्रमा (42 किलोमीटर की दूरी) करने से सभी तरह के लोकों से मुक्ति मिलती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है यानी कि जन्म-मरण के बंधन से मुक्ति मिल जाती है।
इस वर्ष यह परिक्रमा मंगलवार की रात्रि 12.48 पर अक्षय तृतीया के पावन मौके पर शुरू होकर बुधवार 2 नवंबर को रात 10.33 तक चली। माना जा रहा है कि चौदह कोसी परिक्रमा करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या इस बार चालीस लाख से अधिक है।
धर्मनगरी अयोध्या की 14 कोसी परिक्रमा मंगलवार देर रात से शुरू हुई। परिक्रमा का मुहूर्त मंगलवार रात 12.48 बजे से था, लेकिन मुहूर्त से पहले ही रात 10.30 बजे से ही आस्था के पथ पर लाखों पग निकल पड़े।परिक्रमा पथ पर गूंजे जय श्रीराम, राम-राम और सीताराम के स्वर ध्वनित हो रहे थे। परिक्रमा को देखते हुए रामनगरी में यातायात डायवर्शन लागू कर दिया गया है।
सभी प्रकार के वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित : अयोध्या में सभी प्रकार के वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित है। 14 कोसी परिक्रमा में जैसे-जैसे रात चढ़ती गई, आस्था के पथ पर श्रद्धालुओं की भीड़ भी बढ़ती रही। सुबह होते-होते अयोध्या-फैजाबाद मानव-श्रृंखला में बंध सी गई।ऐसा लगा जैसे कि दोनों नगरों को भक्तों की माला पहना दी गई है।
श्रद्धालुओं ने परिक्रमा पथ पर अपनी-अपनी सुविधा के अनुसार पहले से निश्चित किए गए स्थान से परिक्रमा के लिए कदम बढ़ाया।दरसअल, यह परिक्रमा जनपद अयोध्या के दर्शननगर, भीखापुर, देवकाली, जनौरा, नाका हनुमानगढ़ी, मोदहा, सिविल लाइंस स्थित हनुमान मंदिर, सहादतगंज, अफीम कोठी आदि स्थानों से श्रद्धालुओं ने पूरी भक्ति के साथ परिक्रमा करनी शुरू कर दी।
श्रद्धालुओं ने लगाई पावन सलिला सरयू में डुबकी : नयाघाट पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने रात में ही पावन सलिला सरयू में डुबकी लगाई और परिक्रमा मुहूर्त का इंतजार करने लगे। श्रद्धालुओं की सेवा के लिए जगह-जगह सेवा शिविर भी पूरे परिक्रमा मार्ग पर लगे हुए थे। जलपान से लेकर चिकित्सा के पूरे इंतजाम परिक्रमा पथ पर दिखे।इससे पूर्व परिक्रमा को लेकर रामनगरी सुबह से ही भक्तों से गुलजार हो उठी। अयोध्या में उमड़े भक्तों ने पावन सलिला सरयू में डुबकी लगाई। इसके बाद विभिन्न मंदिरों में दर्शन-पूजन किया।
एटीएस और आरएएफ ने संभाली सुरक्षा की कमान : 14 कोसी परिक्रमा में प्रशासन द्वारा सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं। सुरक्षा की कमान एटीएस व आरएएफ ने संभाल ली है। मेले की निगरानी सीसीटीवी व ड्रोन कैमरों से की जा रही है। परिक्रमा पथ के छह संवेदनशील स्थानों पर ड्रोन से प्रत्येक गतिविधि पर निगाह रखी जा रही है।
अयोध्या जनपद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत वर्मा ने 14 कोस परिक्रमा मार्ग का निरीक्षण कर सुरक्षा का जायजा लिया। श्रद्धालुओं से वार्ता कर परिक्रमा पथ की सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी ली। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत वर्मा का बयान ने कहा, मेला क्षेत्र की सुरक्षा के लिए आरएएफ, पीएससी सिविल पुलिस के अलावा यातायात व्यवस्था के लिए ट्रैफिक पुलिस की तैनाती की गई है। घाटों पर स्नान कर रहे श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए एसडीआरएफ और जल पुलिस को लगाया गया है।
अलर्ट पर है खुफिया विभाग : परिक्रमा के दौरान खुफिया विभाग अलर्ट पर है। लाखों की संख्या में लोगों ने परिक्रमा की है।परिक्रमा रात से ही शुरू हो गई। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए जगह-जगह उपचार केंद्र बनवाए गए हैं। भोजन और पानी की भी व्यवस्था की गई है।श्रद्धालुओं की सुविधा का ख्याल रखा जा रहा है। मेले में बिछड़ने वाले लोगों के लिए खोया-पाया कैंप बनाया गया है।खोया-पाया कैंप सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। अयोध्या पुलिस बिछड़े लोगों को मिलवाने का काम कर रही है।
बैग जमा करने की लगी होड़ : अयोध्या में सरयू घाट राम की पैड़ी निकट अवैध रूप से बैग जमा करने की लगी होड़ लग गई। इस बीच सुरक्षा व्यवस्था की बड़ी लापरवाही आई सामने आई है। लाखों लोगों की भीड़ के मध्य हजारों बैग जमा हो गए और पुलिस मुकदर्शक बनी रही। परिक्रमा के दौरान एक बड़ा हादसा टल गया।
परिक्रमा मार्ग हनुमान गुफा के पास भारी भीड़ के कारण श्रद्धालु फंस गए। इस दौरान कई श्रद्धालु घायल हो गए। श्रद्धालुओं को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।सभी घायल श्रद्धालु बहराइच के रहने वाले हैं। 4 श्रद्धालुओं का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है।एक श्रद्धालु की हालत गंभीर होने के कारण उसे लखनऊ रैफर किया गया है। यह घटना देर रात्रि की है।