लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को युवाओं से 'अग्निपथ' योजना को लेकर किसी बहकावे में नहीं आने की अपील करते हुए कहा कि यह योजना युवाओं को राष्ट्र व समाज की सेवा के लिए तैयार करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा, युवा साथियों, 'अग्निपथ योजना' आपके जीवन को नए आयाम प्रदान करने के साथ ही भविष्य को स्वर्णिम आधार देगी। आप किसी बहकावे में न आएं।
मुख्यमंत्री की यह टिप्पणी केंद्र की अग्निपथ योजना के खिलाफ कई स्थानों पर युवाओं के प्रदर्शन के बीच आई है। मुख्यमंत्री ने एक अन्य ट्वीट में कहा, आदरणीय प्रधानमंत्री जी के मंशानुरूप 'अग्निपथ योजना' युवाओं को राष्ट्र व समाज की सेवा हेतु तैयार करेगी, उन्हें गौरवपूर्ण भविष्य का अवसर प्रदान करेगी।
आदित्यनाथ ने युवाओं को आश्वस्त करने का प्रयास करते हुए कहा, मां भारती की सेवा हेतु संकल्पित हमारे 'अग्निवीर' राष्ट्र की अमूल्य निधि होंगे व उप्र सरकार अग्निवीरों को पुलिस व अन्य सेवाओं में वरीयता देगी। जय हिंद।
इससे पहले बुधवार को भी मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी कि प्रदेश सरकार पुलिस और संबंधित सेवाओं में भर्ती के लिए 'अग्निवीरों' को प्राथमिकता देगी। गौरतलब है कि केंद्र ने 17.5 साल से 21 साल तक के युवाओं को चार साल के लिए सैन्यबलों में भर्ती करने के वास्ते मंगलवार को अग्निपथ योजना की घोषणा की थी।
वाम दलों ने की योजना को निरस्त करने की मांग : देश के प्रमुख वामपंथी दलों ने गुरुवार को कहा कि सरकार को सेना में भर्ती की अपनी नई अग्निपथ योजना को निरस्त करना चाहिए, क्योंकि इससे भारत के राष्ट्रीय हितों का नुकसान होने वाला है।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी ने ट्वीट किया, माकपा पोलित ब्यूरो अग्निपथ योजना को सिरे से खारिज करता है। यह योजना भारत के राष्ट्रीय हितों को नुकसान पहुंचाने वाली है। पेशेवर सशस्त्र बल को चार साल की संविदा पर सैनिकों की भर्ती करके तैयार नहीं किया जा सकता।
उन्होंने दावा किया, इससे हमारे सशस्त्र बलों की गुणवत्ता और कुशलता के साथ समझौता होगा। माकपा महासचिव ने कहा कि अग्निपथ योजना को तत्काल निरस्त किया जाना चाहिए। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सांसद विनय विश्वम ने भी इस योजना का विरोध किया और इसे वापस लेने की मांग की।
उन्होंने दावा किया, यह भारतीय सेना में अनुबंध की व्यवस्था लागू करना है, कम वेतन देकर युवाओं का शोषण करना है तथा यह आरएसएस के लिए पिछले दरवाजे से प्रवेश का तरीका है। यह हमारे बेरोजगार नौजवानों के साथ विश्वासघात है। सेना की भर्ती भाजपा की रसोई का कोई पकवान नहीं है।
विश्वम ने कहा कि इस विषय पर संसद में चर्चा होनी चाहिए। भाकपा महासचिव डी राजा ने आरोप लगाया कि यह नई योजना युवाओं के भविष्य को खतरे में डालने वाली है। उन्होंने कहा, इसे तत्काल वापस लिया जाना चाहिए। हमारे युवा उचित, सुरक्षित नौकरी के हकदार हैं।
उल्लेखनीय है कि सरकार ने दशकों पुरानी रक्षा भर्ती प्रक्रिया में आमूलचूल परिवर्तन करते हुए तीनों सेनाओं में सैनिकों की भर्ती संबंधी अग्निपथ योजना की मंगलवार को घोषणा की थी, जिसके तहत सैनिकों की भर्ती चार साल की लघु अवधि के लिए संविदा आधार पर की जाएगी।
योजना के तहत तीनों सेनाओं में इस साल करीब 46 हजार सैनिक भर्ती किए जाएंगे। चयन के लिए पात्रता आयु साढ़े 17 वर्ष से 21 वर्ष के बीच होगी और इन्हें अग्निवीर नाम दिया जाएगा।(भाषा)