कौशांबी (उप्र)। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने विपक्षी दल कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस वाले कहते हैं कि लोकतंत्र खतरे में हैं, लेकिन लोकतंत्र खतरे में नहीं है, आपका परिवार खतरे में हैं, परिवारवाद की राजनीति खतरे में है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने इस देश के लोकतंत्र को जातिवाद, परिवारवाद और तुष्टीकरण के तीन नासूरों से घेर कर रखा था।
कौशाम्बी महोत्सव का उद्घाटन करने के बाद एक जनसभा में शाह ने समाज के सभी वर्गों के सर्वांगीण कल्याण के लिए 2024 में एक बार फिर नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में चुनने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने जातिवाद को समाप्त कर दिया, उन्होंने परिवारवादी पार्टियों को भी हराया और तुष्टीकरण को भी समाप्त किया और इसके कारण वे डरे हुए हैं।
शाह ने इस मौके पर लोगों से एक सवाल भी पूछा कि क्या इस देश के किसी नेता को विदेश में देश का अपमान करना चाहिए? राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि राहुल बाबा, कौन डरता है? राहुल बाबा यहां मैदान खुला पड़ा है, मैदान तुम तय कर लो भारत में कहीं भी हो, भाजपा वाले दो-दो हाथ करने को तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि किस प्रकार की राजनीति को भारत में लाना चाहते हो, आपको क्या लगता है कि देश की जनता कुछ समझती नहीं हैं। देश की जनता देखती भी है, समझती भी है। शाह ने कहा कि 10 साल से आपके पास नेता प्रतिपक्ष का पद नहीं है। राहुल बाबा इस बार फिर मोदी जी की '300-पार' (300 से अधिक लोकसभा सीटों पर जीत) के साथ सरकार बनने जा रही है।
शाह ने कहा कि मोदी जी ने देश को समृद्ध बनाया है और दुनिया में देश का गौरव भी बढ़ाया है और कांग्रेस के लोग कहते हैं कि 'मोदी तेरी कब्र खुदेगी'। मैं इन कांग्रेसियों को बताना चाहता हूं कि सोनिया जी हों, राहुल जी हों या कोई और, जब भी मोदी जी को गालियां दी जाती हैं, जनता ने इन गालियों के कीचड़ में और दमदार तरीके से कमल खिलाया है।
योगी के नेतृत्व में योगी का विकास : शाह ने यह भी कहा कि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उप्र के विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि हम सभी चाहते थे कि अयोध्या में रामलला का मंदिर भगवान राम की जन्मभूमि पर बने। कांग्रेस इसे लटकाकर रखे हुए थी, सपा इस मुद्दे पर भटका रही थी और बसपा ने इस मुद्दे को अटका कर रखा था। मोदीजी ने मंदिर की आधारशिला रखी और जल्द ही आप भगवान राम को उनके मंदिर में विराजमान देखेंगे।
शाह ने यह भी कहा कि 2014 में, उत्तर प्रदेश के लोगों ने नरेंद्र मोदी पर भरोसा करते हुए भाजपा को एकमुश्त वोट देकर, सपा, बसपा, कांग्रेस का सूपड़ा साफ किया। 2017 में, जब मैं भाजपा प्रमुख था, तब भाजपा ने (उप्र विधानसभा चुनाव में) रिकॉर्ड 325 सीटें जीती थीं और मोदी जी ने योगी जी को मुख्यमंत्री बनाया। इसके बाद, 2019 में, सपा, बसपा और कांग्रेस एक हो गए। लेकिन ये सब हार गए और मोदी जी एक बार फिर से प्रधानमंत्री बन गए। इसके बाद 2022 (उप्र विधानसभा चुनाव) में आपने योगीजी को मुख्यमंत्री बनाया।
बजट सत्र को लेकर विपक्ष पर निशाना : विपक्ष पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि कल ही संसद का सत्र समाप्त हुआ है, आजादी के इतिहास में कभी नहीं हुआ था कि देश का बजट सत्र एक भी बैठक, बिना चर्चा किए समाप्त हो गया हो। विपक्ष के नेताओं ने सत्र चलने नहीं दिया, कारण था राहुल गांधी को संसद सदस्यता से अयोग्य घोषित किया जाना।
शाह ने कहा- यह कानून कौन लाया, मनमोहन सिंह (पूर्व प्रधानमंत्री) लालू प्रसाद यादव (राजद प्रमुख) को बचाने के लिए कानून सुधारना चाहते थे, लेकिन राहुल जी ने उनको रोका। सूरत की अदालत ने राहुल जी को सजा दी, सजा होते ही सांसदी चली जाती है, चाहे कोई भी हो। अब इस पर कांग्रेस वालों ने काले कपडे पहनकर पूरी संसद बंद कर दी। उन्होंने कहा कि अब तक 17 विधायक-सांसदों की सदस्यता जा चुकी है, जिसमें राहुल गांधी भी शामिल हैं।
शाह ने कहा कि मैं राहुल गांधी जी को कहना चाहता हूं, कानून का पालन करना हर नागरिक का धर्म होता है। आप तो सांसद थे तो इस सजा को चुनौती दीजिए, अदालत में लड़िए, देश की संसद का वक्त आपने बलि चढ़ा दिया है, इस देश की जनता आपको कभी माफ नही करेगी। शाह ने 612 करोड़ रुपए की 117 परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया।
सपा-बसपा की सरकारों ने आजमगढ़ की छवि धूमिल की : शाह ने आजमगढ़ के गौरवमयी इतिहास का जिक्र करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी की सरकारों ने आजमगढ़ की छवि को धूमिल करने का कार्य किया था। उन्होंने कहा कि सबसे पहले योगी जी को बधाई देना चाहता हूं, जिस आजमगढ़ को देश भर में आतंक का केंद्र माना जाता था, उसी आजमगढ़ की धरोहर हरिहर घराने को फिर से सम्मानित करते हुए आज यहां संगीत महाविद्यालय की नींव रखी गई है।
उन्होंने कहा कि मुझे अच्छी तरह याद है कि मैं गुजरात का गृहमंत्री था, अहमदाबाद में बम धमाके हुए थे और गुजरात की पुलिस बम धमाकों के सूत्र ढूंढते-ढूंढते देश भर से आतंकियों की गिरफ्तारी कर रही थी, तब उसका सबसे बड़ा सूत्र आजमगढ़ से पकड़ा गया था। योगी जी ठीक कह रहे थे कि आजमगढ़ की छवि कभी हरिहर घराने से जानी जाती थी, पंडित छन्नू लाल मिश्र जैसे गायकी के विद्वानों से जानी जाती थी, सपा-बसपा की सरकारों ने उस छवि को धूमिल करने का काम किया था। (भाषा/वेबदुनिया)