Israel Iran conflict का भारत पर क्या होगा असर?
Israel Iran war threat : ईरान ने 1 अप्रैल को दमिश्क में अपने वाणिज्य दूतावास पर संदिग्ध इजराइली हवाई हमले के जवाब में इजराइल पर सैंकड़ों ड्रोन और मिसाइल दागीं हैं। इस हमले से दोनों देशों में तनाव चरम पर पहुंच गया है। अमेरिका, ब्रिटेन समेत कई देश इजराइल के समर्थन में खुलकर आ गए हैं। माना जा रहा है कि इजराइल पर पलटवार करेगा।
भारत के दोनों देशों से संबंध : भारत के ईरान और इजराइल दोनों ही देशों से बेहतर संबंध है। ईरान के साथ भारत के अपने हित हैं तो इजरायल, भारत का पुराना सहयोगी रहा है। रक्षा और तकनीक से जुड़े क्षेत्र में इसराइल ने भारत की बड़ी मदद की है तो क्षेत्रीय सुरक्षा के हिसाब से ईरान भारत के लिए जरूरी हैं।
भारतीयों की सुरक्षा बड़ी चुनौती : ईरान की सरकारी मीडिया IRNA की रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान के इस्लामिक रेवोल्यूशन गार्ड्स कॉर्प्स (आईआरजीसी) के सैन्य बलों ने इजरायल से जुड़े एक मालवाहक जहाज को शनिवार को जब्त कर लिया। बताया जा रहा है कि इस जहाज पर 17 भारतीय नागरिक भी मौजूद हैं। भारत की सबसे बड़ी चिंता जहाज पर मौजूद भारतीय नागरिकों की सुरक्षा है।
ईरान और इजराइल दोनों ही देशों में बड़ी संख्या में भारतीय मौजूद है। युद्ध की स्थिति में भारत के कामगारों की सुरक्षा का संकट पैदा हो सकता है। ऐसे में सबसे बड़ी चुनौती युद्धग्रस्त क्षेत्र से भारतीयों की निकासी बड़ी चुनौती है।
इन वस्तुओं पर पड़ेगा असर : भारत ईरान को बड़ी मात्रा में चाय, कॉफी और चीनी का निर्यात करता है। वहीं ईरान पेट्रोलियम पदार्थ, मेवे, और एसाइक्लिक एल्कोहल समेत कई सामान भारत को निर्यात करता है। चाबहार पोर्ट और इससे लगे चाबहार स्पेशल इंडस्ट्रियल जोन में भी भारत ने बड़ा निवेश किया है। ऐसे देश में पेट्रोल, मेवे समेत ईरान से आने वाला सामान महंगा हो सकता है।
भारत ने की तनाव कम करने की अपील : भारत ने रविवार को कहा कि वह इजराइल और ईरान के बीच बढ़ते संघर्ष को लेकर अत्यंत चिंतित है। भारत ने साथ ही तनाव कम किये जाने की अपील की।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि हम इजराइल और ईरान के बीच बढ़ती शत्रुता से गंभीर रूप से चिंतित हैं। इससे क्षेत्र में शांति और सुरक्षा को खतरा है। हम तनाव को तत्काल कम किये जाने, संयम बरतने, हिंसा से परहेज किये जाने और कूटनीति के रास्ते पर लौटने का आग्रह करते हैं।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत हालात पर करीब से नजर रखे हुए है। मंत्रालय ने कहा कि क्षेत्र में हमारे दूतावास भारतीय समुदाय के साथ संपर्क में हैं। यह जरूरी है कि क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता बनी रहे।
Edited by : Nrapendra Gupta