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Last Modified: शुक्रवार, 25 अक्टूबर 2024 (11:36 IST)

Cyclone dana : एक्शन में NDRF और ODRF, उखड़े पेड़ों को रास्ते से हटाने में जुटे

cyclone dana
Cyclone dana news in hindi : ओडिशा में भीषण चक्रवाती तूफान दाना के तटीय क्षेत्र में दस्तक देने के कारण आसपास के इलाकों में पेड़ उखड़ गए। तूफान के तट से टकराने के तुरंत बाद राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) और ओडिशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल (ODRF) की टीमें गिरे हुए पेड़ों को हटाने और मलबे की सफाई में जुट गई।
 
8 घंटे तक चला लैंड फॉल : आईएमडी के एक वैज्ञानिक ने बताया कि ओडिशा के तट पर देर रात करीब 12.05 बजे तूफान दाना के पहुंचने की प्रक्रिया शुरू हुई और इसे पूरा होने में करीब साढ़े आठ घंटे का समय लगा। शुक्रवार सुबह करीब 8.30 बजे तूफान दाना के पहुंचने की प्रक्रिया पूरी हो गई। इसके प्रभाव से हवाओं की गति 110 किलोमीटर प्रति घंटा थी और बाद में यह कमजोर हो कर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया। ALSO READ: cyclone dana से जनजीवन प्रभावित, 500 से ज्यादा ट्रेनों और 300 उड़ानों पर पड़ा असर
 
आईएमडी ने बताया कि दाना के उत्तरी ओडिशा से होते हुए उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और अगले छह घंटों के दौरान धीरे-धीरे कमजोर होकर गहरे अवदाब में तब्दील होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि पारादीप स्थित डॉप्लर मौसम रडार इस प्रणाली की निरंतर निगरानी कर रहा है।
 
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तूफान के तुरंत बाद शुरू हुआ एक्शन : तूफान की वजह से राज्य में कई स्थानों पर बड़ी संख्‍या में पेड़ों के गिरने की खबर है। कई स्थानों पर बिजली के खंभे गिरने और कच्चे घरों के मिट्‍टी में समाने की भी खबर है। बहरहाल तूफान के बाद तेज बारिश और हवाओं के बीच एनडीआरएफ और ओडीआरएफ की टीम राहत कार्यों में जुट गई।  
 
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी पूरे समय तूफान पर नजर बनाए हुए थे। उन्होंने कहा कि ओडिशा में दाना चक्रवात की वजह से किसी की मौत नहीं हुई, शून्य मानवीय क्षति का मिशन सफल रहा।
 
ओडिशा के उच्च शिक्षा मंत्री और भद्रक जिले के प्रभारी सूर्यवंशी सूरज ने बताया कि गंभीर चक्रवाती तूफान दाना के कारण जिले में किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। एनडीआरएफ और ओडीआरएएफ की टीमें भद्रक जिले के धामरा क्षेत्र में तेज हवा और भारी बारिश के बावजूद काम कर रही हैं।
 
ज्यादा नुकसान की खबर नहीं : केंद्रपाड़ा जिले के राजनगर के तहसीलदार अजय मोहंती ने बताया कि गंभीर चक्रवाती तूफान दाना के कारण भीतरकनिका क्षेत्र में कुछ पेड़ों के उखड़ने और कुछ कच्चे मकानों को नुकसान पहुंचने के अलावा कोई बड़ी क्षति होने की खबर नहीं है। हवा की रफ्तार काफी कम होकर 80 से 90 किमी प्रति घंटा रह गई है, लेकिन क्षेत्र में बारिश जारी है'
 
भद्रक जिले के चंदाबली में आखिरी छह घंटे में सबसे अधिक 131.6 मिमी बारिश हुई जबकि बालासोर में 42.8 मिमी बारिश हुई। तूफान के प्रभाव से समुद्र में उठने वाले ज्वार के कारण कुछ निचले इलाकों में पानी भर गया।
 
चक्रवाती तूफान ‘दाना’ के पहुंचने की प्रक्रिया के दौरान राज्य के तटीय जिलों भद्रक, केंद्रपाड़ा, बालासोर और निकटवर्ती जगतसिंहपुर जिले में हवा की रफ्तार अचानक बढ़तक 100 किमी प्रति घंटे से 110 किमी प्रति घंटे तक पहुंच गई और अत्याधिक भारी बारिश हुई।
 
इस बीच, भुवनेश्वर स्थित बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के अधिकारियों ने मौसम की स्थिति में सुधार होने के बाद सेवाओं को फिर से शुरू करने का निर्णय लिया। हवाईअड्डे ने चक्रवाती तूफान दाना के कारण गुरुवार शाम पांच बजे से उड़ानों को रद्द कर दिया था। भारतीय रेलवे ने भी चक्रवात के मद्देनजर 500 से अधिक ट्रेन रद्द कर दी थीं।
Edited by : Nrapendra Gupta
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