दिल्ली AIIMS सर्वर पर चीन ने किया था साइबर अटैक, गृह मंत्रालय की रिपोर्ट में खुलासा
नई दिल्ली। दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के सर्वर पर हुए साइबर हमले के तार चीन और हांगकांग से जुड़े होने का संदेह है। आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी। हैकर्स ने AIIMS के 100 सर्वर में से 5 को हैक कर लिया था। हालांकि अब इन पांचों सर्वर के डेटा को वापस हासिल कर लिया गया है।
इस हमले के संबंध में और अधिक विवरण मांगे गए हैं जो चीन और हांगकांग की कंपनियों से प्राप्त किए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस ने इस संबंध में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) को लिखा है, जो इंटरपोल के माध्यम से जानकारी प्राप्त करेगा। AIIMS के सर्वर पर कई VVIP लोगों के डेटा भी मौजूद हैं। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि इन लोगों का डेटा चुराने के लिए एम्स के सर्वर को निशाना बनाया गया।
एक आधिकारिक सूत्र ने कहा कि अभी तक सर्वर हमले को चीन और हांगकांग के एक स्थान से अंजाम दिए जाने का संदेह है। सूत्रों के अनुसार, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान- दिल्ली को कथित तौर पर 23 नवंबर को एक साइबर हमले का सामना करना पड़ा, जिससे उसके सर्वर ठप हो गए।
25 नवंबर को दिल्ली पुलिस की इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस (आईएफएसओ) इकाई द्वारा इस सिलसिले में जबरन वसूली और साइबर आतंकवाद का मामला दर्ज किया गया था।
साइबर हमलों में 3 टॉप देशों में भारत : भारत उन शीर्ष 3 देशों में शामिल है, जहां 2022 के दौरान इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) उपकरणों में सबसे अधिक मालवेयर के जरिए साइबर हमले हुए। इस लिहाज से चीन पहले और अमेरिका दूसरे स्थान पर हैं। आईटी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने बुधवार को यह जानकारी दी।
माइक्रोसॉफ्ट के शोधकर्ताओं ने 2022 के दौरान आईओटी मालवेयर हमलों का विश्लेषण करते हुए पाया कि चीन में सबसे अधिक 38 प्रतिशत हमले हुए। माइक्रोसॉफ्ट साइबर सिग्नल रिपोर्ट ने कहा कि अमेरिका 18 प्रतिशत हमले के साथ दूसरे स्थान पर रहा।
रिपोर्ट के मुताबिक, माइक्रोसॉफ्ट के शोधकर्ताओं ने पाया कि भारत 2022 में आईओटी मालवेयर हमले के लिहाज से शीर्ष 3 देशों में शामिल है। रिपोर्ट में दिए गए आंकड़ों के अनुसार, भारत में आईओटी मालवेयर हमलों की 10 प्रतिशत हिस्सेदारी रही। (इनपुट भाषा)
Edited By : Chetan Gour