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Last Updated : गुरुवार, 28 अप्रैल 2022 (11:54 IST)

वायुसेना प्रमुख का बड़ा बयान, हमें कम अवधि के कड़े युद्धों के लिए तैयार रहने की आवश्यकता

वायुसेना प्रमुख का बड़ा बयान, हमें कम अवधि के कड़े युद्धों के लिए तैयार रहने की आवश्यकता - big statement of air force chief vr chaudhary
नई दिल्ली। वायुसेना प्रमुख वीआर चौधरी ने गुरुवार को कहा कि मौजूदा भू-राजनीतिक हालात में भारतीय वायुसेना को कम समय में तीव्र और छोटी अवधि के संचालन के लिए तैयार रहना पड़ता है। एयर चीफ मार्शल चौधरी ने एक सम्मेलन में कहा कि बल को छोटी अवधि के युद्धों और पूर्वी लद्दाख जैसे लंबे समय तक चलने वाले गतिरोध से निपटने के लिए तैयार रहने की आवश्यकता होगी। उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना के हाल के अनुभव तथा भू-राजनीतिक परिदृश्य हमें हर वक्त अभियानगत और साजोसामान की दृष्टि से तैयार रहने की जरूरत पर जोर देते हैं।
 
उन्होंने कहा कि मौजूदा भू-राजनीतिक हालात में भारतीय वायुसेना को कम समय में तीव्र एवं छोटी अवधि के अभियानों के लिए तैयार रहने की आवश्यकता होती है। कम से कम समय में उच्च तीव्रता वाले अभियानों के नए तरीकों के लिए संचालनात्मक संभार तंत्र में बड़े बदलाव करने की आवश्यकता होगी।
 
उत्तरी सीमाओं पर भारत की सुरक्षा चुनौतियों पर एयर चीफ मार्शल चौधरी ने कहा कि भारतीय वायुसेना को सभी संभावित सुरक्षा चुनौतियों के लिए तैयार रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि बल, स्थान और समय की निरंतरता में, हमें छोटी अवधि के युद्धों के लिए तैयार होने के साथ-साथ पूर्वी लद्दाख में जो हम देख रहे हैं, उस तरह के लंबे समय तक चलने वाले गतिरोधों से निपटने के लिए तैयार रहने की आवश्यकता भी होगी।
 
वायुसेना प्रमुख ने कहा कि ऐसे अभियानों के लिए संसाधनों को जोड़ना और उनके परिवहन को मुमकिन बनाने की आवश्यकता होगी। उन्होंने कहा कि देश की आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को हासिल करने के लिए महत्वपूर्ण घटकों के स्वदेशीकरण के लिए एक केंद्रित कार्य योजना विकसित करने की भी जरूरत है।
 
एयर चीफ मार्शल चौधरी ने कहा कि साजोसामान को देश की आर्थिक प्रगति के लिए एक महत्वपूर्ण माध्यम के रूप में पहचाना गया है। उन्होंने कहा कि व्यापार करने में सुगमता लाने और भारतीय आपूर्ति श्रृंखलाओं को विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए इसे एक महत्वपूर्ण घटक के रूप में पहचाना गया है।
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