मणिपुर के बाद मेघालय से असम का विवाद, बिजली के खंभों पर बवाल...
मुख्य बिंदु :
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असम-मेघालय इंटर स्टेट विवाद गहराया
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असम पुलिस पर मेघालय में बिजली के खंभे उखाड़ने का आरोप
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मेघालय ने असम पुलिस पर लगाया कांग्रेस नेता से मारपीट का आरोप
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असम का दावा, मेघालय ने राज्य की जमीन पर किया बिजली के खंभे लगाने का प्रयास
नई दिल्ली। मणिपुर के बाद असम का मेघालय से सीमा विवाद गहरा गया। सोमवार को दोनों राज्यों के बीच बिजली के खंभों को लेकर मामला गरमा गया। असम पुलिस पर बिजली के खंभे उखाड़ने और कांग्रेस नेता से मारपीट करने के भी आरोप लगे।
क्या है मेघालय का पक्ष : असम पुलिस ने मेघालय में री-भोई जिले के इओंगखुली गांव में मेघालय एनर्जी कॉरपोरेशन लिमिटेड (एमईईसीएल) द्वारा लगाए गए बिजली के खंभे सोमवार को कथित तौर पर उखाड़ दिए जिसके बाद स्थानीय निवासियों और पुलिसकर्मियों के बीच तीखी झड़प हुई।
मेघालय के पुलिस महानिदेशक आर. चंद्रनाथन ने बताया कि संघर्ष में असम पुलिस के कर्मियों ने मेघालय के वरिष्ठ कांग्रेस नेता चार्ल्स मारंगर, जो खासी हिल्स ऑटोनॉमस डिस्ट्रिक्ट काउंसिल (केएचएडीसी) के एक निर्वाचित सदस्य भी हैं, के साथ हाथापाई भी की क्योंकि उन्होंने उन्हें बिजली के खंभों को उखाड़ने से रोका था।
उन्होंने कहा कि पूर्वाह्न सुबह करीब 11.30 बजे असम के सर्कल मजिस्ट्रेट असम पुलिस के एक मजबूत दल के साथ इओंगखुली गांव आए और एमईईसीएल द्वारा लगाए गए बिजली के खंभों को उखाड़ फेंका, जिसका स्थानीय ग्रामीणों ने कड़ा विरोध किया। बिजली के खंभे उखाड़ने के बाद असम पुलिस गांव से लौट गई।
डीजीपी ने बताया कि इओंगखुली गांव में स्थिति अब सामान्य है और पर्याप्त संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है।
री-भोई जिले की उपायुक्त आर. एम. कुर्बा ने बताया कि वह स्थिति का आकलन कर रही हैं क्योंकि इलाके में बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरुष थे। उन्होंने कहा कि हम नहीं चाहते कि कानून और व्यवस्था की स्थिति खराब हो, इसलिए हमने एमईसीएल से कहा कि वे जो भी काम कर रहे हैं, उसे रोक दें। राज्य सरकार सीमा विवाद के मुद्दे को भी उठा रही है और इस संबंध में बातचीत की जा रही है।
क्या बोला असम : असम के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि असम के मुख्य शहर गुवाहाटी के खानापारा इलाके में राज्य की जमीन पर मेघालय द्वारा बिजली के खंभे लगाने के कथित प्रयास के कारण सोमवार को अंतरराज्यीय सीमा पर तनाव बढ़ गया।
इस बारे में सूचना मिलने पर असम पुलिस और नागरिक प्रशासन के अधिकारी अंतरराज्यीय सीमा के करीब खानापारा पहुंचे और मेघालय के अधिकारियों से चर्चा की। अधिकारी ने बताया कि पड़ोसी राज्य इसके बाद बिजली का खंभा नहीं लगाने पर सहमत हुआ।
सीमा विवाद में 5 जवानों की मौत : असम और मिजोरम के बीच सीमा विवाद के अचानक खूनी संघर्ष में तब्दील हो जाने से राज्य की “संवैधानिक सीमा” की सुरक्षा कर रहे असम पुलिस के कम से कम पांच जवानों की मौत हो गई और एक पुलिस अधीक्षक समेत 60 अन्य घायल हो गए। दोनों पक्षों ने हिंसा के लिए एक-दूसरे की पुलिस को जिम्मेदार ठहराया और केंद्र के हस्तक्षेप की मांग की।