असम पहुंचे अरविंद केजरीवाल, CM हिमंत शर्मा पर 'चाय और लंच' के न्योता के बहाने पलटवार
गुवाहाटी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने असम (Assam) में आम आदमी पार्टी (AAP) के सत्ता में आने पर मुफ्त बिजली और सभी युवाओं को रोजगार देने का रविवार को वादा किया। केजरीवाल ने यह भी दावा किया कि आप सरकार ने 7 वर्षों में दिल्ली का चेहरा बदल दिया और असम में भाजपा भी लगभग इतने ही समय के लिए सत्ता में रही है, लेकिन उसने गंदी राजनीति के अलावा कुछ नहीं किया।
केजरीवाल ने यहां एक रैली में कहा कि दिल्ली और पंजाब में आप सरकारें मुफ्त बिजली दे रही हैं, और अगर यह पार्टी असम में सरकार बनाती है तो यहां भी ऐसा ही होगा।
उन्होंने असम में सत्ता में आने पर राज्य के सभी बेरोजगार युवकों के लिए नौकरियों का वादा भी किया। उन्होंने आगे कहा कि पार्टी ने सात साल में दिल्ली में 12 लाख लोगों और पंजाब में एक साल में 28,000 लोगों को रोजगार दिया है।
केजरीवाल ने राज्य में आप सरकार के गठन के एक साल के भीतर गुवाहाटी के सभी घरों में पाइप से पानी पहुंचाने का भी आश्वासन दिया।
केजरीवाल ने आरोप लगाया कि आप 2015 में दिल्ली में सत्ता में आई और 2016 में भाजपा असम में। आज हमने दिल्ली का चेहरा बदल दिया है। हिमंत बाबू (असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा) ने सात साल में राज्य के लिए क्या किया है? कुछ नहीं, केवल गंदी राजनीति।
शर्मा की पत्नी द्वारा चलाये जा रहे निजी स्कूल को लेकर असम के मुख्यमंत्री पर कटाक्ष करते हुए केजरीवाल ने कहा, जिस राज्य में मुख्यमंत्री की पत्नी एक निजी स्कूल चलाती हैं, आप इस सरकार से सरकारी स्कूलों में सुधार की उम्मीद कैसे कर सकते हैं?
भाजपा नेता के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाने पर उन पर मुकदमा चलाने की शर्मा की धमकी पर केजरीवाल ने कहा कि असम के उनके समकक्ष ने राज्य के लोगों की संस्कृति नहीं सीखी है, जो अपने मेहमानों का गर्मजोशी से स्वागत करते हैं।
केजरीवाल ने कहा कि दो दिनों से वे (शर्मा) मुझे धमकी दे रहे हैं कि मुझे जेल में डाल देंगे। क्या मैं आतंकवादी हूं? मैं हिमंत बाबू को अपने घर दिल्ली में चाय पीने के लिए आमंत्रित करता हूं और अगर वह समय दे सकते हैं, तो मेरे साथ भोजन भी कर सकते हैं।
आप के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा कि मैं उन्हें शहर दिखाऊंगा कि हमने वहां क्या शानदार काम किया है। इससे पहले दिन में, उन्होंने गुवाहाटी पहुंचने के तुरंत बाद शर्मा को इसी तरह का निमंत्रण दिया था।
शर्मा ने शुक्रवार को धमकी दी थी कि यदि केजरीवाल ने विधानसभा के बाहर उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप लगाया तो वह उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे। केजरीवाल ने कथित तौर पर दिल्ली विधानसभा में कहा था कि शर्मा के खिलाफ भी मामले हैं।