Terrorist Attack : पुंछ में लोकसभा चुनाव से पहले आतंकी हमले में वायुसेना के 1 सैनिक की मौत, 4 घायल
Terrorist Attack : जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में शनिवार को आतंकवादियों ने भारतीय वायुसेना (IAF) के एक काफिले पर घात लगाकर हमला किया जिससे 1 सैनिक की मौत हो गई और 4 अन्य सैनिक घायल हो गए। अनंतनाग-राजौरी लोकसभा क्षेत्र में 25 मई को होने वाले मतदान से तीन सप्ताह पहले यह घटना हुई है।
4 आतंकियों ने की गोलीबारी : अधिकारियों ने कहा कि शाम को पुंछ के सुरनकोट इलाके में सनाई टॉप की ओर जा रहे भारतीय वायुसेना के वाहनों पर चार आतंकवादियों ने गोलीबारी की जिसमें पांच सुरक्षाकर्मी घायल हो गए जिनमें से दो की हालत गंभीर थी। उन्होंने बताया कि गंभीर रूप से घायल सैनिकों में से एक ने बाद में इलाज के दौरान एक सैन्य अस्पताल में दम तोड़ दिया।
तलाशी अभियान जारी : अधिकारियों ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में शाहसितार के पास आतंकवादियों ने भारतीय वायु सेना के वाहनों के काफिले पर हमला किया। स्थानीय सैन्य इकाइयों द्वारा क्षेत्र में फिलहाल घेराबंदी और तलाशी अभियान जारी है। भारतीय वायुसेना ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, काफिले को सुरक्षित कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है।
वायुसेना ने एक अन्य पोस्ट में कहा, आतंकवादियों के साथ गोलीबारी में, वायुसैनिकों ने जवाबी गोलीबारी की। इस दौरान भारतीय वायुसेना के पांच कर्मियों को गोली लग गई और उन्हें तत्काल चिकित्सा के लिए निकटतम सैन्य अस्पताल ले जाया गया। एक वायु सैनिक ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। स्थानीय सुरक्षा बलों द्वारा आगे की कार्रवाई जारी है।
21 दिसंबर को भी हुआ था हमला : आतंकी हमला शाम करीब सवा छह बजे हुआ जब जवान जारनवाली से वायुसेना के अड्डे पर लौट रहे थे। अधिकारियों को आतंकवादियों के उसी समूह की संलिप्तता का संदेह है, जिसने पिछले साल 21 दिसंबर को पास के बुफलियाज में सैनिकों पर घात लगाकर हमला किया था जिसमें चार सैनिक शहीद हो गए थे और तीन अन्य घायल हो गए थे।
जंगल में भागे आतंकी : भारतीय वायुसेना के काफिले में शामिल ट्रकों में से एक को हमले का सबसे अधिक खामियाजा भुगतना पड़ा और कई गोलियां उसकी विंडस्क्रीन और बगल में लगीं। अधिकारियों ने कहा कि माना जाता है कि एके असॉल्ट राइफलों से लैस आतंकवादी पास के जंगलों में भाग गए हैं।
उन्होंने बताया कि सेना और पुलिस को इलाके में भेज दिया गया है और आतंकवादियों का पता लगाने और उन्हें मार गिराने के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी और घेराबंदी अभियान शुरू किया गया है।
संदिग्ध व्यक्तियों की आवाजाही के बारे में गोपनीय जानकारी मिलने के बाद अर्धसैनिक बलों की सहायता से पुलिस शुक्रवार से पुंछ शहर में तलाशी ले रही थी। लेकिन अधिकारियों ने कहा कि इस तलाशी अभियान के दौरान किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया था।
2 सालों में हुए बड़े हमले : निकटवर्ती राजौरी के साथ सीमावर्ती पुंछ जिले में पिछले दो वर्षों में कुछ बड़े आतंकवादी हमले हुए हैं जो इस क्षेत्र में आतंकवादी गतिविधियों की वापसी का संकेत हैं, जबकि एक बार इस क्षेत्र को आतंकवाद से मुक्त कर दिया गया था और 2003 से 2021 के बीच यहां शांति थी। जम्मू-कश्मीर कांग्रेस ने शनिवार को वायुसेना के काफिले पर आतंकी हमले की निंदा की।
एक बयान में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विकार रसूल वानी ने कहा कि बलों पर बार-बार होने वाले आतंकी हमलों का दृढ़ता से जवाब देने की जरूरत है और उन्होंने जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में बढ़ोतरी पर अंकुश लगाने की आवश्यकता को रेखांकित किया।
वानी ने कहा कि हम भारतीय वायुसेना के जवानों पर हुए आतंकी हमले की निंदा करते हैं... हम जम्मू-कश्मीर के विभिन्न हिस्सों, खासकर राजौरी-पुंछ क्षेत्र में आतंकवादियों द्वारा बढ़ते हमलों पर अपनी गंभीर चिंता व्यक्त करते हैं, जिसके परिणामस्वरूप हमारे कई जवानों और अधिकारियों की बहुमूल्य जान चली गई। इनपुट भाषा