Places To Visit In Indore: देशभर में स्वच्छता में नंबर वन इंदौर के आसपास घूमने के लिए बहुत ही खुमसूरत स्थान है। मुख्य इंदौर में ही प्रसिद्ध स्थान है राजबाड़ा, गोपाल मंदिर, लाल बाग पैलेस, खजराना गणेश मंदिर, बिजासन माता का मंदिर, पितृ पर्वत, गोम्मट गिरी, देवगुराड़िया पहाड़ी, सिरपुर तलाब, बिलावली तालाब, यशवंत सागर, पिपल्याहाला तालाब, चिड़ियाघर, पक्षी विहार, लालबाग, कांच मंदिर, खजराना गणपति, बड़ा गणपति मंदिर, कालिका मंदिर, मेघदूत गार्डन, रिजनल पार्क, नेहरू पार्क आदि कई स्थान ऐसे हैं जो इंदौर के अंदर ही है। हम आपको खूबसूरत मौसम में इंदौर के बाहर आसपास घूमने के लिए 10 मुख्य स्थल बता रहे हैं, जिन्हें पिकनिक स्पॉट के तौर पर भी जाना जाता है।
इंदौर के झरने Indore Waterfalls:
1. पातालपानी : पातालपानी जलप्रपात इंदौर जिले की महू तहसील में स्थित है। यहां लगभग 300 फीट ऊंचाई नीचे जल गिरता है। पातालपानी के आसपास का क्षेत्र बहुत ही सुंदर और हराभरा है। यह एक लोकप्रिय पिकनिक और ट्रेकिंग स्पॉट भी है। यहां के लिए महू से स्पेशल ट्रेन चलती है। इंदौर से लगभग 36 किलोमीटर दूर है यह स्थान।
2. गंगा महादेव मंदिर : इंदौर के पास धार जिले में तिरला विकासखंड के सुल्तानपुर गांव में गंगा महादेव मंदिर स्थित है जो इंदौर के लोगों के लिए एक दर्शनीय स्थल के साथ ही पिकनिक स्पॉट भी है। गंगा महादेव में सुन्दर झरना बहता है और यहां की प्राकृतिक छटा देखते ही रह जाओगे।
3. तिंछा फॉल : यह मुख्य इंदौर से लगभग 25 किलोमीटर दूर नेमावर-मुंबई रोड़ पर स्थित है। यह भी भी बहुत ऊंचाई से झरना गिरता है। इंदौर के लोगों के लिए यह सबसे खास डेस्टिनेशन है। सिमलोल मेन रोड़ से 9 किलोमीटर अंदर है तिंचा फॉल।
4. शीतला माता फॉल : इंदौर से करीब 55 किलोमीटर दूर यह स्थान है। मानपुर से यह जगह 3 किलोमीटर जानापावा की जगह है। यहां दो झरने हैं एक जरा ज्यादा रिस्की है।
5. कजलीगढ़ : इंदौर से लगभग 25 किलोमीटर दूर उत्तर सिमरोल से यहां के लिए रास्ता जाता है। यहां झरने, पहाड़ और प्राचीन किले देखे जा सकते हैं। यहां एक शिव मंदिर भी है।
6. सीतलामाता फॉल : इंदौर से करीब 40 किलोमीटर दूर मानपुर से करीब 5 किलोमीटर अंदर बहुत ही सुंदर वाटरफॉल है जिसे सीतलामाता फॉल कहा जाता है। यह बहुत ही सुंदर और प्राकृतिक नजारों से भरपूर स्थान है।
7. जोगी भड़क : इंदौर से 55 किलोमीटर और मानपुर से 10 किमी दूर जोगी भड़क नामक एक पहाड़ी है जहां से बहुत ऊंचाई से झरना गिरता है। यहां अंग्रेजी के एस के आकार का झरना गिरता है। ट्रैकिंग करने वालों से लिए यह पसंदीदा जगह है। यह बहुत ही मनोरम स्थल है। मानपुर घाट क्रास करते ही ढाल गांव आएगा, जहां से पश्चिम में एक कच्चा रास्ता जाता है। करीब एक किलोमीटर अंदर यह सुंदर जगह है।
8. हत्यारी खोह : इंदौर से करीब 30 किलोमीटर दूर हत्यारी खो नामक स्थशन है, जहां ऊंचाई से गिरने वाला झरना और प्राकृतिक नजारे देखने के लिए लोग आते है। हालांकि यह खतरे वाली जगह है। कंपेल से होते हुए तेलीया खेड़ी में वाहन खड़ा करके करीब 2 किलोमीटर अंदर कच्चे रास्ते से आपको पैदल ही यहां पहुंचना होता है।
9. गिदिया खोह : इंदौर से करीब 45 किलोमीटर दूर डबल चौकी से सिवनी होते हुए आप यहां पहुंच सकते हैं। यहां काफी ऊंचाई से बहुत ही सुंदर दिखने वाला झरना गिरता है। प्राकृतिक नजारों से भरपूर यह स्थान कभी गिद्धों का स्थान हुआ करता था।
10. मुहाड़ी वाटरफॉल : इंदौर से करीब 26 किलोमीटर दूर यह झरना तिल्लोर बुजुर्ग नामक गांव के समीप एक ऊंची पहाड़ी से गिरता है। प्राकृतिक छटा से भरपूर इस स्थान को देखने के लिए सैंकड़ों लोग आते हैं। वर्षा ऋतु में यह स्थान और भी सुंदर हो जाता है।
इंदौर के दर्शनीय स्थल Indore Sightseeing:
1. देवास टेकरी : इंदौर से लगभग 35 किलोमीटर दूर देवास नगर में माताजी की एक छोटी सी पहाड़ी है। यहां पर आप घूमने, दर्शन करने के साथ ही पिकनिक का मजा भी ले सकते हैं। देवास से 5 किलोमीटर दूर शंकरगढ़, नागदाह और बिलावली नामक स्थान भी घूमने और पिकनिक के लिए आदर्श स्थान है। यहां पर पहाड़ी पर जाने के लिए आप ट्राम का मजा भी ले सकते हो।
2. महाकाल ज्योतिर्लिंग : इंदौर से करीब 60 किलोमीटर दूर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक बाबा महाकाल का विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग तीर्थ नगरी उज्जैन में स्थित है। यहां क्षिप्रा नदी बहती है। ज्जैन एक बहुत ही सुंदर शहर है जहां पर हरसिद्धि शक्तिपीठ, गढ़कालिका शक्तिपीठ और काल भैरव का प्राचीन मंदिर है। यहां पर सप्त सागर भी है। यहां घुमने के लिए कई स्थान हैं।
3. ओमकारेश्वर, महेश्वर, मंडलेश्वर : इंदौर के पास ही लगभग 110 किलोमीटर दूर नर्मदा नदी के किनारे ॐकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने के साथ ही माता नर्मदा के दर्शन भी कर सकते हैं। यहां पास में ही रानी अहिल्याबाई का शाहर महेश्वर भी है और प्राचीन मंडलेश्वर धाम भी है।
5. नेमावर : इंदौर से 110 किलोमीटर दूर नर्मदा नदी के किनारे स्थित नेमावर एक बहुत ही प्राचीन और प्राकृतिक स्थल है। यहां पर पांडवों के काल का विशालकाय शिव मंदिर है। इस स्थान पर नर्मदा नदी का नाभि स्थल है। यहां पर नदी में एक ऐसा भवंर है जिसके आसपास कोई नहीं जाता है। कहते हैं कि यहां से पानी नीचे पाताल में चला जाता है। नेमावर नदी के उस पार प्राचीन हरदा नामक कस्बा है। इस क्षेत्र में उदयपुरा के जंगल है।
इंदौर के जंगल और प्राकृतिक स्थल Forests and natural places of Indore:
1. गुलावत : इंदौर जिले की हड़ौद तेहसिल में लोटस वैली के नाम से प्रसिद्ध इस स्थान पर भी आप घूमने जा सकते हैं। यहां लाखों कमल के फूल एक झील में खिलते हुए देख सकते हैं। यह स्थान भी शहर से लगभग 35 किलोमीटर दूर है। एरोड्रम रोड से सीधे यहां पहुंच सकते हो।
2. रालामंडल अभयारण्य : इंदौर शहर से 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित रालामंडल अभयारण्य इंदौर शहर की एक शानदार जगह है, जो चारों तरफ से जगलों से घिरी हुई है। यहां पर पर्यटक को लुभाने के लिए डियर पार्क बनाया गया है। डियर पार्क में आप सफारी का मजा ले सकते हैं।
3. चोरल नदी डेम : खंडवा रोड के आगे जोरल गांव है जहां पर थोड़ी दूरी पर ही चोरल नदी बहती है। यहां रिसॉर्ट है और साथ ही आप यहां बोटिंग का मजा भी ले सकते हैं।
4. वाचू पॉइंट : इंदौर से लगभग 65 किलोमीटर दूर वाचू पॉइंट है जहां से मालवा का पठार प्रारंभ होता है। बारिश के मौसम में यहां पहाड़ियों के बीच से गुजरते बादलों को देखना बहुत ही सुंदर लगता है। यह हिल स्टेशन है। यहां मानपुर होते हुए पहुंचा जा सकता है।
5. जानापाव : इंदौर से करीब 40 किलोमीटर दूर महू शहर से करीब 17 किमी दूर विंध्याचल पर्वतमाला के एक पर्वत को जानापावा कहते हैं। यहां की सबसे ऊंची चोटी पर स्थित भगवान परशुराम की जन्मस्थली और उनके पिता महर्षि जमदग्रि की तपोभूमि को देखने लोग आते हैं। जानापाव, इंदौर की महू तहसील के हासलपुर गांव में स्थित है। जानापाव की पहाड़ी से साढ़े सात नदियां निकली हैं, इनमें कुछ यमुना व कुछ नर्मदा में मिलती हैं।
6. उज्जैनी : यह एक नया स्पॉट बना है, जिसे नर्मदा-क्षिप्रा संगम-स्थल भी कहा जाता है। नर्मदा-क्षिप्रा लिंक योजना के अंतर्गत नर्मदा-क्षिप्रा के संगम-स्थल के समीप ग्राम मुण्डला दोस्तार (उज्जैनी) में स्थित है। यहां स्नान करने के लिए सुन्दर घाट बना हुआ है।