सनातन धर्म पर स्टालिन का बयान बना चुनावी मुद्दा, बोले शिवराज, जनता देगी जवाब
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयानिधी स्टालिन के सनातन को समाप्त करने वाले बयान पर उत्तर भारत में सियासत गर्मा गई है। भाजपा ने चुनावी राज्यों में मध्यप्रदेश राजस्थान, औऱ छत्तीसगढ़ में इसे चुनावी मुद्दा बना लिया है। भाजपा ने कांग्रेस सहित विपक्ष के पूरे इंडिया गठबंधन को घेर लिया है।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि “सनातन धर्म के बारे में जो कुछ उदयनिधि स्टालिन ने कहा और उसके बाद आईएनडीआईए के लोग उसका समर्थन कर रहे हैं। सनातन धर्म की तुलना मलेरिया, डेंगू और कोरोना के साथ की जा रही है और इसको समाप्त कर देना चाहिए। उसके बाद वेणुगोपाल कहते हैं अभिव्यक्ति की आजादी है। खड़गे कहते हैं कि जो उदयनिधि ने कहा वो सही है। अलग-अलग कांग्रेस के नेता समर्थन में बयान दे रहे हैं। मैं मैडम सोनिया गांधी से और राहुल गांधी से पूछना चाहता हूं आप मोहब्बत की दुकान की बात करते थे, क्या आपकी मोहब्बत की दुकान में सनातन धर्म के खिलाफ, हिंदुत्व के खिलाफ इतनी घृणा भरी है, इतना जहर भरा हुआ है..?
सीएम शिवराज ने स्टालिन के बयान पर विपक्षी गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या मुंबई में जो आपने बैठक की थी वह इसलिए की गई थी कि सनातन धर्म को समाप्त कर दिया जाना चाहिए? मैं कमलनाथ और दिग्विजय सिंह जी से जवाब मांगना चाहता हूं, क्या वो ऐसे बयानों से सहमत हैं? क्या देश के करोड़ों लोगों की आस्था को इस तरह से तार तार करने का दुस्साहस किया जा रहा है?
मुख्यमंत्री ने कहा सनातन को समाप्त करने कई लोग आए, दुनिया की कई ताकते शक, हूण, मुगल कोई खत्म नहीं कर पाया। ऐसे लोग भी खत्म नहीं कर पाएंगे। लेकिन हिंदुत्व के खिलाफ जो घृणा फैला रहे हैं, जहर फैला रहे हैं, यह जहर फैलाने वाले सफल तो नहीं होंगे। मध्य प्रदेश और देश की जनता ही इनको जवाब देगी। सनातन था, है और रहेगा।
वहीं मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि सनातन धर्म पर उंगली उठा रहे घमंडिया गठबंधन के सहयोगी तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के बेटे और मंत्री उदयनिधि स्टालिन को देश की जनता अनस्टॉल कर देगी। I.N.D.I.A गठबंधन के लोग सिर्फ सनातन धर्म के खिलाफ ही बोल सकते हैं, हिम्मत नहीं है कि किसी और धर्म के खिलाफ बोल दें।