सीधी आदिवासी पेशाब कांड पर गर्माई सियासत,सरकार पर हमलावर कांग्रेस, डैमेज कंट्रोल में जुटे CM शिवराज
भोपाल। मध्यप्रदेश में चुनावी साल में सीधी में गरीब आदिवासी दशमत पर भाजपा कार्यकर्ता प्रवेश शुक्ला के पेशाब करने के मामले में विपक्ष सियासी माइलेज लेने में की होड़ में जुटी दिखाई दे रही है वहीं दूसरी ओर पूरे मामले पर भाजपा की ओर से डैमेज कंट्रोल में खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जुट गए है।
डैमेज कंट्रोल में जुटे शिवराज-सीधी कांड के पीड़ित दशमत से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री निवास पर मुलाकात की। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पीड़ित आदिवासी दशमत के पैर धोने के साथ टीका लगाकर शॉल ओढ़ाकर सम्मान करने के साथ स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार से बात कर पूरी घटना पर माफी मांगने साथ दुख जताया। मुख्यमंत्री ने पीड़ित से चर्चा करने के साथ उन्हें सुदामा कहकर संबोधित किया और कहा कि आज से तुम मेरे दोस्त हो।
मुख्यमंत्री ने चर्चा के दौरान पीड़ित से परिवार के बारे में जानकारी लेने के साथ घर चलाने के साधन के बारे में पूछते हुए सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने पीड़ित की बेटी को लाड़ली लक्ष्मी बताने के पत्नी को लाड़ली बहना योजना के मिल रहे लाभ के बारे में जानकारी ली। बातचीत में पीड़ित ने बताया कि वह मजदूरी कर अपने परिवार को गुजारा करते है और बेटी स्कूल जाती है। सीसएम ने कहा बेटी को पढ़ाने के साथ हर सहायता देने के साथ अपना मित्र बताया।
सियासी माइलेज लेने में जुटी कांग्रेस-सीधी पेशाब कांड पर कांग्रेस पूरी तरह सियासी माइलेज लेने में जुट गई है। पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह और कांग्रेस विधायक कमलेश्वर पटेल पीड़ित परिवार के घर पहुंचकर परिवार से मुलाकात की। कांग्रेस ने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग करते हुए सुरक्षा की मांग की। कांग्रेस नेता अजय सिंह ने आरोप लगाया कि सीधी में भाजपा नेता परिवार को डराने धमकाने का काम कर रहे है। उन्होंने कहा कि पहले विधायक प्रतिनिधि यह कृत्य किया उसके बाद परिवार के घर पहुंचकर उन्हें डराने का काम कर रहे है।
वहीं सीधी घटना को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर लिखा कि मध्य प्रदेश में भाजपा विधायक के एक करीबी द्वारा आदिवासी युवक के साथ की गई अमानवीय व घृणित हरकत बेहद शर्मनाक है। प्रदेश में भाजपा के 18 साल के शासन में आदिवासियों पर अत्याचार के 30,400 मामले सामने आए हैं। भाजपा राज में आदिवासी हितों पर केवल कोरे दावे और कोरी बातें हैं। आदिवासियों पर अत्याचार रोकने के असल कदम क्यों नहीं उठाती सरकार?
भाजपा विधायक को दिखाई चप्पल-वहीं भाजपा विधायक केदार शुक्ला भी आदिवासी परिवार के घर पहुंचे और अपनी हमदर्दी जताने की कोशिश की। हलांकि इस दौरान वहां मौजूद आदिवासी महिलाओं चप्पल दिखाया। दरअसल पूरी घटना के आरोपी प्रवेश शुक्ला को भाजपा विधायक केदार शुक्ला का प्रतिनिधि बताया जा रहा है, हलांकि भाजपा विधायक ने प्रवेश शुक्ला को अपना प्रतिनिधि मानने से इंकार किया है। इसके साथ ही मौके पर मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा विधायक के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए।