केजरीवाल के शरीर को तो गिरफ्तार कर लोगे लेकिन केजरीवाल की सोच को कैसे गिरफ्तार करोगे,सिंगरौली में BJP पर जमकर बरसे दिल्ली के मुख्यमंत्री
शराब घोटाले में ईडी के समन को दरकिनार कर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल गुरुवार को मध्यप्रदेश के सिंगरौली में भाजपा के खिलाफ जमकर गरजे। सिंगरौली में पार्टी का चुनाव प्रचार करने पहुंचे अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के अंदर भाजपा वाले रोज धमकी दे रहे हैं कि केजरीवाल को गिरफ्तार करेंगे। केजरीवाल के शरीर को तो गिरफ्तार कर लोगे लेकिन केजरीवाल की सोच को कैसे गिरफ्तार करोगे। एक केजरीवाल को तो गिरफ्तार कर लोगे, हजारों, लाखों और करोड़ों केजरीवाल को कैसे गिरफ्तार करोगे। केजरीवाल ने कहा जिस दिन नतीजेंं आएंगे उस दिन नहीं पता होगा कि मैं जेल में रहूंगा या बाहर रहूंगा।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज से 10 साल पहले दिल्ली के लोगों ने देश की राजनीति बदलकर रख दी। जब हमने 2012 में नई नई पार्टी बनाई थी लोग कहते थे कि इनकी जमानत जब्त होगी, शायद केजरीवाल की जमानत बच जाए। एक साल बाद जब दिल्ली में चुनाव हुए तो हमारी 67 सीटें आईं, भाजपा की 3 और कांग्रेस का जीरो। उन्होंने कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की 3-3 बार सरकार बन चुकी है। दिल्ली में स्कूल अच्छे कर दिए, अस्पताल अच्छे बना दिए, मुफ्त बिजली, पानी मिल रहा है। दिल्ली के काम देखकर पंजाब ने हमें आशीर्वाद दिया। अब पंजाब में भी दिल्ली के जैसे काम चल रहे हैं। अच्छे स्कूल बन रहे हैं, अच्छे अस्पताल बन रहे हैं। मोहल्ला क्लीनिक खुल रहे हैं।
आज देश का बच्चा बच्चा पूछ रहा है कि 10 सालों से केंद्र में तुम्हारी सरकार है, मध्य प्रदेश में 15 सालों से तुम्हारी सरकार है, 10 सालों में केजरीवाल ने अच्छे स्कूल, अच्छे अस्पताल बना दिए तुमने कितने स्कूल बनाए, कितने अस्पताल बनाए।
MP में AAP करेगी चमत्कार-अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली और पंजाब में जो चमत्कार हुआ है अब मध्य प्रदेश में भी आने वाले दिनों में चमत्कार होगा। उन्होंने लोगों से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशियों को जिताने की अपील की। अरविंद केजरीवाल ने सिंगरौली की आप प्रत्याशी रानी अग्रवाल की तारीफ करते हुए कहा कि चुनाव जीतने के बाद लोग पैसे कमाने में लग जाते हैं लेकिन ये काम करना चाहती हैं। इन्होंने कहा कि ये बीजेपी वाले कोई काम नहीं करने देते हैं तो मैंने कहा कि ये मुझे भी काम नहीं करने देते हैं। न ये खुद कुछ काम करते हैं और न ही किसी को करने देते हैं।