छिंदवाड़ा में भाजपा की नैया पार लगाएंगे भाजपा के चुनावी चाणक्य अमित शाह
वोटिंग के ठीक पहले अमित शाह का रोड शो और छिंदवाड़ा में रात्रि विश्राम
लोकसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग 19 अप्रैल को होने जा रही है। 19 अप्रैल को मध्यप्रदेश की जिन 6 सीटों पर वोटिंग होगी, उसमें सबसे चर्चित सीट छिंदवाड़ा लोकसभा सीट है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के गढ़ के तौर पर पहचानी जाने वाले छिंदवाड़ा लोकसभा सीट को हथियाने के लिए अब चुनाव प्रचार के अंतिम दौर में भाजपा के चुनावी चाणक्य कहने जाने वाले गृहमंत्री अमित शाह ने पूरी चुनावी कमान अपने हाथों में संभाल ली है।
गृहमंत्री अमित शाह आज शाम छिंदवाड़ा पहुंच रहे है जहां वह भाजपा प्रत्याशी बंटी साहू के समर्थन में चुनावी रोड शो करने के साथ पार्टी के चुनिंदा नेताओं की बैठक भी करेंगे। गृहमंत्री अमित शाह आज रात छिंदवाड़ा में गुजार कर पार्टी के बूथ मैंनजमैंट पर फोकस कर कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र देंगे। गृहमंत्री अमित शाह के दौर की तैयारी को लेकर बैठक में कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कार्यकर्ताओं को दौरे का संदेश भी दे दिया। उन्होंने कहा कि “आप हमारे गृहमंत्री के बारे में जानते हैं। हमारे गृहमंत्री ऐसे खतरनाक आदमी हैं कि दिन मे लोगों को तारे दिखा देते हैं। उनके छिंदवाड़ा आने का मतलब ही यही है। सब कार्यकर्ता शेर बनकर काम करिए। निडर बनकर काम करिए। उन्होंने नारा लगाते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता शेर है”।
शाह के दौर से पहले सियासी बवाल- छिंदवाड़ा में वोटिंग से पहले सियासी घमासान अपने चरण पर पहुंच गया है। भाजपा प्रत्याशी विवके बंटी साहू की कथित सीडी को लेकर पूरा माहौल गर्मा गया है। भाजपा प्रत्याशी ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के पीए आरके मिगलानी पर कथित आपत्तिजनक वीडियो वायरल करने का आरोप लगाया है। इसके लेकर भाजपा प्रत्याशी की शिकायत पर पुलिस सोमवार को कमलनाथ के घर तक भी पहुंच गई। भाजपा प्रत्याशी बंटी साहू का आरोप है कि आरके मिगलानी ने पत्रकारों को मेरा कूटरचित आपत्तिजनक वीडियो वायरल करने के लिए 30 लाख रुपए का प्रलोभन दिया था। वहीं पुलिस में दर्ज FIR के मुताबिक कमलनाथ के पीएम आरके मिगलानी ने मीडिया कर्मी को वीडियो वायरल करने के लिए 30 लाख देने की बात कही।
छिंदवाड़ा में प्रतिष्ठा की लड़ाई- छिंदवाड़ा लोकसभा सीट दरअसल भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई वाली सीट बन गई है। मिशन-29 के लक्ष्य के साथ चुनावी मैदान में उतरी भाजपा ने छिंदवाड़ा सीट जितने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ अपना गढ़ बचाने के साथ अपने बेटे और कांग्रेस प्रत्याशी नकुलनाथ का सियासी भविष्य भी सुरक्षित रखना चाहते है। नकुलनाथ को जिताने के लिए कमलनाथ पूरी तरह चुनावी मैदान में डट गए है और कैसे उन्होंने छिंदवाड़ा को एक विकास मॉडल के तौर पर पेश किया, इसको लेकर जनता के बीच जा रहे है और बेटे के लिए इमोशनल कार्ड भी खेल रहे है।
गौरतलब है कि 2014 और 2019 की मोदी लहर में भी भाजपा कांग्रेस के अभेद दुर्ग कहलाने वाली छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर जीत नहीं दर्ज कर सकी है। 2023 के विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत हासिल करने वाली भाजपा छिंदवाड़ा जिले में अपना खाता भी नहीं खोल पाई है। ऐसे में अब भाजपा जो लोकसभा चुनाव में इस बार सभी 29 लोकसभा सीट जीतने के लक्ष्य के साथ उतरी है उसके सामने छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर भगवा लहराना एक बड़ी चुनौती है।
भाजपा ने बंटी साहू पर लगाया दांव-विधानसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के सामने ताल ठोकने वाले विवेक कुमार बंटी साहू को एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा टिकट देकर नकुलनाथ के सामने मैदान में उतार कर मुकाबले को रोचक बना दिया है।
वहीं पिछले साल नवंबर में हुए विधानसभा चुनाव में बंटी साहू कमलनाथ के खिलाफ चुनाव लड़े थे और उन्हें 34,596 वोट से हार का सामना करना पड़ा था।कमलनाथ को उनके ही गढ़ में सेंध लगाने के लिए भाजपा ने बंटी साहू पर इसलिए भी दांव लगाया है क्योंकि बंटी साहू 2018 और 2023 दोनों विधानसभा चुनाव में कमलनाथ को कड़ी टक्कर दे चुके है। 2023 विधानसभा चुनाव की मतगणना में बंटी साहू पहले के दौर में कमलनाथ से आगे भी रहे थे, हालांकि बाद के दौर में वह पिछड़ गए थे ।