क्या कांग्रेस अपने वंशवादी चरित्र की कीमत चुका रही है
नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने रविवार को कांग्रेस नेतृत्व पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वंशवादी पार्टियां कुछ पीढ़ियों के बल पर सफल होती हैं, लेकिन दूसरों को साथ लेकर डूब जाती हैं और उन्होंने इस बात पर हैरत जताई कि क्या कांग्रेस अपनी वंशवादी चरित्र की कीमत चुका रही है।
मंत्री ने कहा कि आजकल कांग्रेस नेताओं से कुछ सामान्य बयान अक्सर सुनाई दे रहे है जैसे- 'मैं क्या कर सकता हूं, वह सुनते ही नहीं हैं, 24 मई का इंतजार करें, इसके बाद हमारी राजनीति शुरू होगी। मेरा मन छोड़ने का होता है, हमारी प्रचार योजना पीछे चल रही हैं। मुझे बताया गया है कि अंकल सैम इसे संभालने आए हैं। चलो 2024 की तैयारी करते हैं।
जेटली ने 11 अप्रैल से सात चरणों में शुरू होने वाले आम चुनावों से पहले अपने ब्लॉग में कहा कि वे (वंशवादी पार्टियां) वंश की कुछ पीढ़ियों के बल पर सफल होती है। वे दूसरों को साथ लेकर डूब जाती है।
उन्होंने कहा कि वंशवादी पार्टियों में एक बड़ी खामी है। उन्होंने कहा कि यदि पार्टी की वर्तमान पीढ़ी सक्षम, करिश्माई और आत्मविश्वास से लबरेज है तो वंशवाद बड़ी जीत हासिल कर सकता है। पार्टी में उसके पीछे भागने का एक उत्साह होता है।
जेटली ने कहा कि हालांकि यदि वर्तमान वंशवादी पीढ़ी में करिश्मा, समझ और लोकप्रिय आत्मविश्वास की कमी है, तो परिवार के आसपास के लोग तेजी से निराश हो जाते है। क्या कांग्रेस पार्टी इसकी गवाह है?
वंशवाद पर नेताओं को थोपने की बात करते हुए जेटली ने कहा कि ये नेता महान नहीं बनते- महानता उन पर थोपी जाती है।
उन्होंने कहा कि वंशवादी दलों में उच्च क्षमता वाले पुरुषों के लिए बहुत कम जगह है। एक असुरक्षित नेता अधिक प्रतिभाशाली लोगों की छाया से भयभीत रहता है।