नई दिल्ली:विश्व कप विजेता भारत के पूर्व कप्तान कपिल देव का मानना है कि कप्तानी के मसले पर बीसीसीआई से मतभेद उजागर करता विराट कोहली का बयान गलत समय पर आया है जिससे दक्षिण अफ्रीका के अहम दौरे से पहले अनावश्यक विवाद पैदा हो गया।
दक्षिण अफ्रीका रवानगी से पहले मुंबई में प्रेस कांफ्रेंस में कोहली ने बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली के इस बयान को गलत बताया कि बोर्ड ने उनसे टी20 टीम की कप्तानी नहीं छोड़ने के लिये कहा था। इस बयान से कोहली और बीसीसीआई के बीच तनाव जगजाहिर हो गया है।
कपिल ने एबीपी न्यूज से कहा , इस समय किसी पर ऊंगली उठाना सही नहीं है। दक्षिण अफ्रीका का दौरा सामने है और उस पर ध्यान देना चाहिये।
उन्होंने कहा , मैं कहूंगा कि बोर्ड अध्यक्ष तो बोर्ड अध्यक्ष है हालांकि भारतीय टीम का कप्तान होना भी बड़ी बात है। एक दूसरे के बारे में हालांकि सार्वजनिक तौर पर खराब बोलना अच्छा नहीं है। चाहे वह सौरव हो या कोहली।
भारत को 1983 विश्व कप दिलाने वाले कपिल ने कोहली से हालात पर नियंत्रण करके देश के बारे में सोचने की अपील की।उन्होंने कहा , आप स्थिति को कंट्रोल कीजिये। बेहतर ये है कि आप देश के बारे में सोचिये। जो गलत है वो पता चल ही जायेगा लेकिन एक दौरे से पहले विवाद खड़ा करना सही नहीं है।
कोहली की कप्तानी में भारतीय टेस्ट टीम बृहस्पतिवार को दक्षिण अफ्रीका रवाना हो गई जहां 26 दिसंबर से सेंचुरियन में पहला टेस्ट खेला जाना है। उसके बाद तीन वनडे मैचों की श्रृंखला भी खेली जायेगी।बीसीसीआई ने कोहली के बयान पर अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
कप्तानी मसले पर कोहली के बयान पर गांगुली को तस्वीर साफ करनी चाहिये : गावस्करमहान बल्लेबाज सुनील गावस्कर का मानना है कि कप्तानी के मसले पर विराट कोहली के विरोधाभासी बयान पर सौरव गांगुली ही तस्वीर साफ कर सकते हैं ।उन्होंने कहा कि बीसीसीआई अध्यक्ष से पूछा जाना चाहिये कि यह विरोधाभास कैसे आया ।
कोहली के टी20 कप्तानी छोड़ने के बाद गांगुली ने कहा था कि बीसीसीआई ने इस स्टार बल्लेबाज से फैसले पर पुनर्विचार के लिये कहा था । गांगुली ने हालांकि दक्षिण अफ्रीका दौरे पर रवानगी से पहले प्रेस कांफ्रेंस में इसका खंडन किया।
गावस्कर ने इंडिया टुडे से कहा , कोहली का बयान शायद बीसीसीआई के लिये नहीं है। मुझे लगता है कि उस व्यक्ति से सवाल पूछा जाना चाहिये कि कोहली को ऐसा संदेश कैसे गया।
उन्होंने कहा , गांगुली बीसीसीआई अध्यक्ष हैं और उनसे पूछा जाना चाहिये कि यह विरोधाभास क्यो है।वह ही इसके बारे में जवाब दे सकेंगे।
कोहली ने यह भी कहा था कि चयन समिति के अध्यक्ष चेतन शर्मा ने दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिये टीम के चयन से 90 मिनट पहले उन्हें बताया कि वह वनडे टीम के कप्तान नहीं हैं। गावस्कर ने कहा कि चयन समिति के अध्यक्ष ने कोई गलती नहीं की।
गावस्कर ने कहा , यहां क्या विवाद है ।चयन समिति के अध्यक्ष ने उन्हें साफ तौर पर बता दिया कि अब वनडे कप्तानी उनके पास नहीं है। इसमें क्या गलत है। चयन समिति को इसका अधिकार है। कप्तान के पास मतदान का अधिकार नहीं होता।
उन्होंने कहा , ऐसा तो नहीं है ना कि मीडिया से उन्हें पता चला या एक सवारी विमान के कमांडर ने इसकी घोषणा की। उसे चयन समिति के अध्यक्ष ने बताया कि वह अब कप्तान नहीं है। इसमें क्या गलत है। चयन समिति के अध्यक्ष और उनके बीच संवाद हुआ और ऐसा ही होना चाहिये।
गावस्कर ने कहा कि बीसीसीआई को भविष्य में इस तरह की स्थिति से बचने के लिये स्पष्ट संवाद रखना चाहिये।
उन्होंने कहा , स्पष्ट संवाद होना चाहिये ताकि अटकलबाजी नहीं हो। चयन समिति के अध्यक्ष बता सकते हैं कि किसका चयन क्यो हुआ और किसका क्यो नहीं हुआ। कई बार जरूरत नहीं होने पर भी प्रेस विज्ञप्ति जारी की जा सकती है जिसमें सारे कारण बताये गए हों।
(भाषा)