शाहिद अफरीदी ने की सारी हदें पार, भारतीय सेना पर लगाए गंभीर आरोप, सबूत दिखाने की भी की मांग, देखें Video
कुछ दिनों पहले पहलगाम में हुए हमले ने पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले के बाद भारतीय सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए कई बड़े फैसले लिए हैं जिस से पाकिस्तान बोखला गया है, तिलमिला उठा है। यही नहीं भारतीय क्रिकेट बोर्ड भी अब एक्शन में आ गया है और कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक BCCI ने ICC से लेटर लेख मांग की है कि भारत को ICC टूर्नामेंट में पाकिस्तान के साथ एक ग्रुप में न रखा जाए। भारतीय क्रिकेट बोर्ड कोशिश में है कि पाकिस्तान के साथ क्रिकेट संबंध खत्म हो और सौरव गांगुली और श्रीवत्स गोस्वामी ने भी इसका समर्थन किया है। अगर क्रिकेट संबंध खत्म होंगे तो पाकिस्तान को बहुत बड़ा नुक्सान होगा, इसी बीच पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर शाहिद अफरीदी ने भारतीय सेना पर आरोप लगाया है, साथ ही पाकिस्तान को दोषी ठहराने के सबूत भी मांगे हैं।
समा टीवी से बात करते हुए शाहिद अफरीदी ने कहा "पटाखा फट जाता है वहां पर, पाकिस्तान ने किया। तुम लोग 8 लाख की फौज है कश्मीर में और ये हो गया। इसका मतलब नालायक हो, निकम्मे हो ना तुम लोगों की सुरक्षा नहीं दे सके लोगो को"
उन्होंने आगे कहा "हैरत होती है कि हमले के एक घंटे के बाद ही उनका मीडिया बॉलीवुड बन गया। खुदा के लिए हर कुछ को बॉलीवुड मत बनाओ। मैं हेयरन हो गया, बाल्की मैं एन्जॉय कर रहा था, जिस तरह की वो बातें कर रहे थे "मैं कह रहा था, इनकी सोच तो देखो, और ये अपने आप को शिक्षित कहते हैं। दो क्रिकेटरों ने भारत के लिए इतना क्रिकेट खेला है। वे राजदूत और शीर्ष क्रिकेटर रहे हैं, फिर भी वे सीधे पाकिस्तान को दोषी ठहराते हैं"
एक और इंटरव्यू में शाहिद अफरीदी ने कहा कि ये पहले खुद ही लोगों को मरवा देते हैं और फिर बाद में वीडियो दिखाकर कहते हैं कि ये तो जिन्दा है।
आपको बता दें भारत और पाकिस्तान के बीच 2013 से कोई भी द्विपक्षीय श्रृंखला (Bilateral Series) नहीं खेली गई है। दोनों मल्टी नेशनल इवेंट्स में ही एक दूसरे के सामने होते हैं। भारत ने आखिरी बार पाकिस्तान का दौरा 2008 में किया था जबकि पाकिस्तान की टीम आखिरी बार इंडिया 2023 वनडे वर्ल्ड कप खेलने आई थी। 2025 चैंपियंस ट्रॉफी (Champions Trophy) का मेजबान पाकिस्तान था जिसने भारत को बुलाने के लिए अंत तक पूरी कोशिश की लेकिन भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने अपनी टीम को भेजने से साफ इंकार कर दिया था, उसके बाद भारत ने अपने सभी मैच दुबई में खेले।