रोहित की Vada Pav Supremacy, इन 3 बातों के कारण बनते जा रहे हैं करिश्माई कप्तान
रोहित शर्मा को हम हिटमैन या फिर रो हिट शर्मा के नाम से तो जानते ही हैं। लेकिन ट्विटर के एक प्रसिद्ध हैंडल ने @coolfunnytshirt ने रोहित शर्मा की हर उपलब्धि को वड़ा पाव सुप्रमेसी कह कर उसकी तारीफ की है। खासकर तब जब वह कप्तान बन गए। क्योंकि रोहित शर्मा मुंबई से हैं और वड़ा पाव वहां का स्थानीय भोजन है तो कई हैंडल्स ने भी रोहित शर्मा को इस नाम से पुकारना शुरु कर दिया है।
टी-20 विश्वकप के बाद जबसे रोहित शर्मा सफेद गेंद के स्थायी कप्तान बने हैं तबसे वह अविजित हैं। चाहे वनडे हो या टी-20, रोहित ने अपनी अगुवाई में भारत को जीत दिलाई है।
दिलचस्प बात यह है कि भारत भुला देने वाले टी-20 विश्वकप 2021 जिसमें वह सेमीफाइनल में भी नहीं पहुंचा था उसके बाद से एक भी मैच नहीं हारा है। न्यूजीलैंड को 3-0 से पछाड़ कर अब वेस्टइंडीज को 3-0 से हराकर भारत टी-20 की नंबर 1 टीम बन गया है। इससे पहले इंग्लैंड टी-20 की नंबर 1 टीम थी जो वेस्टइंडीज के घर में 2-3 से सीरीज हारी थी।
आईसीसी की ओर से जारी ताजा रैंकिंग के अनुसार भारत ने 269 रेटिंग अंकों और 10,484 ओवरऑल अंकों के साथ इंग्लैंड को पछाड़कर पहला स्थान हासिल किया है। इंग्लैंड 269 रेटिंग अंकों और 10,474 ओवरऑल अंकों के साथ दूसरे स्थान पर आ गया है। भारत के पास हालांकि शीर्ष स्थान के लिए बेहद छोटी बढ़त है। वहीं पाकिस्तान 266 रेटिंग अंकों के साथ तीसरे स्थान पर है। भारत के पास श्रीलंका के खिलाफ आगामी तीन मैचों की घरेलू टी-20 सीरीज में शीर्ष पर अपनी बढ़त को बढ़ाने का मौका होगा। वहीं इंग्लैंड अगली टी-20 सीरीज जुलाई में भारत के खिलाफ खेलेगा। अगर इसका पूरा श्रेय रोहित शर्मा को दिया जाए तो अतिशियोक्ति नहीं होगी।
रोहित शर्मा की कप्तानी की खास बात यह रही है कि जब जब स्थिति भारत के खिलाफ गई है वह घबराए नहीं है और टीम ने जल्द वापसी की है।
1) बल्लेबाजी क्रम में करते हैं लगातार बदलाव- रोहित शर्मा सीरीज जीतने के बाद या कभी कभी सीरीज के दौरान ही बल्लेबाजी क्रम में बदलाव करने से नहीं चूकते। इंडीज के खिलाफ हुए तीसरे वनडे में तो उन्होंने खुद को चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए रखा था।
रोहित शर्मा का पूरा ध्यान अभी 2 बड़े आईसीसी टूर्नामेंट्स पर है। ऑस्ट्रेलिया में होने वाला टी-20 विश्वकप 2022 और भारत में होने वाला वनडे विश्वकप 2023। रोहित की सारी योजनाएं इन्हीं दो विश्वकप के इर्द गिर्द हैं। अगर कोई नतीजा गलत हो भी जाए तो वह इस डर को पाल कर नहीं रखते। अब तक फिलहाल रोहित शर्मा का कोई नतीजा गलत गया भी नहीं है।
2) कम संसाधनों में भी देते हैं फैंस को नतीजा- इंडीज के खिलाफ तीसरे टी-20 में दीपक चाहर चोटिल हो गए थे। भले ही वह 2 विकेट ले चुके थे लेकिन उनके 2 ओवर बाकी थे। रोहित शर्मा ने उपलब्ध गेंदबाजों का ही इतना बढ़िया इस्तेमाल किया कि पूरे मैच में दीपक चाहर की कमी नहीं खली।
अब श्रीलंका सीरीज में ना सूर्यकुमार यादव हैं ना दीपक चाहर, ना विराट कोहली हैं ना ऋषभ पंत लेकिन सबको यकीन है कि रोहित शर्मा इन सबके बिना भी अपना विजयी क्रम जारी रखेंगे।
3) ओस पर भी गेंदबाजों से निकलवा लेते हैं विकेट- रोहित शर्मा की कप्तानी की सबसे अच्छी बात है कि वह दूसरे कप्तानों की तरह ओस का रोना नहीं रोते। इसका ताजा उदाहरण है इंडीज के खिलाफ हुए आखिरी 2 टी-20 मैच। दोनों ही मैचों में ओस आई थी और इंडीज को इसका फायदा भी हुआ लेकिन रोहित शर्मा ने गेंदबाजों को कोई खास योजना बताई है जिस पर अमल करके वह विकेट निकालने में कामयाब हो रहे हैं। मैच के दौरान रोहित शर्मा खुद लकड़ी का बुरादा उनके लिए क्रीज की लाइन पर डालते हुए दिखते हैं।