जेमिमा रोड्रिग्स: टी-20 क्रिकेट का उभरता हुआ सितारा, जो हॉकी की भी रही हैं बेहतरीन खिलाड़ी
केपटाउन साउथ अफ्रीका के न्यूलैंड्स क्रिकेट ग्राउंड में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने पाकिस्तानी महिला क्रिकेट टीम को सात विकेटों से हराकर टी-20 विश्वकप का जबरदस्त आगाज़ कर दिया है। महिला टी-20 वर्ल्ड कप का यह चौथा और भारत का पहला मैच था। पाकिस्तानी टीम ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला कर भारत को 150 का टारगेट दिया था जो भारतीय टीम ने तीन विकेट खोकर 19वें ओवर में ही पूरा किया।
भारत को जीत दिलाने में सबसे बड़ी भूमिका रही जेमिमा रोड्रिग्स की जिन्होंने 38 गेंदों पर नाबाद 53 रन बनाए। वहीं दूसरी अहम भूमिका निभाई ऋचा घोष ने। ऋचा ने 20 गेंदों में नाबाद 31 रन बनाए। दोनों खिलाड़ियों की इस 58 रनों की पार्टनरशिप ने भारत को पाकिस्तान के खिलाफ टी-20 विश्वकप में अपना पहला मैच जीतने में मदद की।
पाकिस्तान की महिला क्रिकेट टीम में दमदार प्रदर्शन किया कप्तान बिस्माह मारूफ ने। उन्होंने 55 गेंदों पर 68 रन बनाए लेकिन उनकी टीम 149 का स्कोर डिफेंड करने में नाकामयाब रही। जेमिमा स्मार्ट क्रिकेट खेलना भली भांति जानती हैं। वे पाकिस्तान के खिलाफ रन बटोरने के साथ साथ अधिक धाराप्रवाह भागीदारों जैसे शैफाली वर्मा और हरमनप्रीत कौर को भी स्ट्राइक देती रहीं।
उन्होंने अपनी यह दमदार पारी अपने माता-पिता को समर्पित की जिन्होंने हमेशा जेमिमा का इस खेल में समर्थन किया और आगे बढ़ते रहने की प्रेरणा दी।
जानिए जेमिमा रोड्रिग्स के बारे में नज़दीक से
22 वर्षीय जेमिमा रोड्रिग्स का जन्म खेल परिवार में ही भांडुप, महाराष्ट्र में हुआ था। जेमिमा के पिता उनके स्कूल में क्रिकेट के जूनियर कोच के पद पर काम करते थे। अपनी छोटी उम्र से ही जेमिमा की दिलचस्पी क्रिकेट में आ चुकी थी, वे सक्रिय रूप से अपने आंगन में अपने भाइयों के साथ क्रिकेट खेला करती थी। क्रिकेट के साथ साथ जेमिमा की रूचि हॉकी में भी थी। उन्होंने हॉकी के अंडर-17 वर्ग में महाराष्ट्र का प्रतिनिधित्व किया।
उन्होंने यह भी बताया कि हॉकी खेलना उनके लिए क्रिकेट में भी बड़ा फायदेमंद रहा। उनका निचला हाथ अधिकतम बल उत्पन्न कर उन्हें मैदान में बड़े शॉट लगाने में मदद करता है। जेमिमा रोड्रिग्स 17 साल की थी जब उन्हें महाराष्ट्र की U-19 क्रिकेट टीम में चुना गया था।
जेमिमा ने टी-20 और एक दिवसीय क्रिकेट में अपना डेब्यू 2018 में किया था। तब से वह क्रिकेट के इस सबसे छोटे फॉर्मेट में अपना जादू बिखेरती आ रही हैं।